बतिया ई सही बा सौ परसेंट जी , बनिए के रही पासवान रेजिमेंट जी, कांग्रेस के आदित्य पासवान के पासवान रेजिमेंट की मांग को लेकर समर्थक ने गा दिया गाना तो हो गया वायरल

बतिया ई सही बा सौ परसेंट जी , बनिए के रही पासवान रेजिमेंट जी, कांग्रेस के आदित्य पासवान के पासवान रेजिमेंट  की मांग को लेकर समर्थक ने गा दिया गाना तो हो गया वायरल

पटना डेस्क : बतिया ई सही बा सौ परसेंट जी ... बनिए के रही पासवान रेजिमेंट जी...कहिये से चलता एकरे लड़ाई जी एकरे लड़ाई...अब देरी जन तनिको लगाईं...आदित पासवान संघे आई...ए भाई जन शरमाई...इस समय पासवान रेजिमेंट की मांग वाला यह गाना जमकर वायरल हो रहा है...जिसमे आदित्य पासवान के द्वारा सरकार से मांग किया जा रहा है देश की सेना में पासवान रेजिमेंट की गठन करने का...

दरअसल...अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का फ्रंटल संगठन है कांग्रेस सेवादल... इसे कांग्रेस के रीढ़ की हड्डी कहा जाता है और इसके बिहार प्रदेश अध्यक्ष हैं युवा नेता आदित्य पासवान...आदित्य पासवान बिहार कांग्रेस के लिए उम्मीद की नई किरण साबित हो रहे हैं...जिनकी युवाओं में बहुत अच्छी पैठ है...आदित्य पासवान बिहार में कांग्रेस को मजबूती प्रदान करने की तरफ विशेष ध्यान तो दे हीं रहे हैं...वहीं हाल के दिनों में आदित्य भारतीय सेना में पासवान रेजिमेंट की मांग को लेकर बेहद चर्चे में हैं...और इतना हीं नहीं आदित्य के इस महत्वाकांक्षी मांग को लेकर इनके समर्थक ने गाना गा दिया और उस गाने को बजाप्ता रिकॉर्ड भी करवाया है जो सूबे में तहलका मचाया है...दरअसल आदित्या का कहना है कि हम वीर शिरोमणि बाबा चौहर मल के वंसज हैं...

पासवान समाज पराक्रम के लिए जाना जाता है...जिसने अत्याचारी मुगलों को धूल चटाने का काम किया है...इतिहास गवाह है जब दुसाधों के लड़ाकों ने पलासी के युद्ध हो या देश में मुगलों के द्वारा मंदिरों को तोड़ने का पुरजोर विरोध किया... वास्तविकता यह है कि यह वंश हिन्दू धर्म कि रक्षा के लिए राणा लाखा के नेतृत्व मे गया जी विष्णु पद मंदिर की रक्षा के लिए राजस्थान से चलकर बड़ी संख्या मे बिहार आये... उस समय देश में मुगलों का साम्राज्य था जो हिंसा हत्या बलात्कार मे विश्वास करते थे, मंदिरों और मूर्तियों को तोड़ना ही इनका धर्म था... मुगलों के अंदर जैसे मानवता नाम की कोई चीज न थी...तब लड़ाके दुसाध बड़ी वीरता के साथ इस धर्म भूमि और मंदिरों की रक्षा मे अपने जीवन की बलिदान दी... ऐसे में इस पराक्रमी समाज को आज के दौर में सरकार के द्वारा नजरअंदाज करना बेहद गलत है...

आदित्य कहते हैं कि देश की सेना में सिक्ख रेजिमेंट है...राजपूत रेजिमेंट है...जाट रेजिमेंट है...यहां तक की गोरखा रेजिमेंट है... तो क्या... जिस समाज ने अपनी बहादुरी का प्रमाण इतिहास के पन्नों में दर्ज कराया है उनको लेकर सरकार बेहतर सोंच नहीं रख सकती...क्यों नहीं देश की सेना में पासवान रेजिमेंट का गठन किया जाता है...आदित्य का कहना है कि दुसाध समाज लड़ाकू और जुझारू समाज है और हमारा हक़ है कि देश की पराक्रमी सेना में हमारा भी रेजिमेंट हो यानी पासवान रेजिमेंट...और हम अपना हक़ लेकर रहेंगे...क्योकि लड़ाका पासवान समाज देश के लिए जान देना जानता है तो अपना हक़ लेना भी जानता है...

 

रिपोर्ट : कुमार कौशिक