PM मोदी के दौरे से पहले कांग्रेस ने कसा तंज:का मोदी जी? अबकी बार मोतिहारी-चनपटिया के चीनी मिल के चीनी के चाय पीके जायेम नु?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 18 जुलाई को मोतिहारी में प्रस्तावित दौरे से पहले पूर्वी चम्पारण में सियासी तापमान तेज हो गया है। प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं विपक्षी दल कांग्रेस ने प्रतीकात्मक हमला बोलते हुए पोस्टर वार शुरू कर दिया है। पश्चिम चंपारण युवा कांग्रेस ने 'फीकी चाय की दुकान' और बंद चीनी मिलों को लेकर पोस्टर जारी कर PM पर तंज कसा है-"का मोदी जी? अबकी बार मोतीहारी और चनपटिया के चीनी मिल के चीनी के चाय पीके जायेम नु? चाय वाले आ रहे हैं, पूछ लीजिएगा। इसके साथ....

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 18 जुलाई को मोतिहारी में प्रस्तावित दौरे से पहले पूर्वी चम्पारण में सियासी तापमान तेज हो गया है। प्रशासनिक तैयारियां जोरों पर हैं, वहीं विपक्षी दल कांग्रेस ने प्रतीकात्मक हमला बोलते हुए पोस्टर वार शुरू कर दिया है। पश्चिम चंपारण युवा कांग्रेस ने 'फीकी चाय की दुकान' और बंद चीनी मिलों को लेकर पोस्टर जारी कर PM पर तंज कसा है-"का मोदी जी? अबकी बार मोतीहारी और चनपटिया के चीनी मिल के चीनी के चाय पीके जायेम नु? चाय वाले आ रहे हैं, पूछ लीजिएगा। इसके साथ ही पोस्टर में अन्य व्यंग्यात्मक लाइनें भी हैं जैसे "मेरा झूठ", "सबसे मज़बूत", "फीकी चाय की दुकान"।
पुराने वादों की ओर इशारा
बता दें कि बेतिया शहर के एमजेके कॉलेज के गेट के पास और सर्किट हाउस के बाहर एक पोस्टर लगाया गया है। इसके अलावा पोस्टर में प्रधानमंत्री मोदी का कार्टून बनाकर दर्शाया गया है। उनके पुराने वादों की ओर इशारा किया गया है, जिनमें उन्होंने चंपारण की बंद पड़ी मोतिहारी और चनपटिया की चीनी मिलों को चालू कराने की बात कही थी। बताया जाता है कि प्रधानमंत्री ने अपने पिछले दौरे में कहा था कि अगली बार जब चंपारण आऊंगा तो यहीं की चीनी से बनी चाय पीऊंगा।
इलाके में बना चर्चा का विषय
वहीं कांग्रेस नेताओं का कहना है कि PM हर बार बड़े-बड़े वादे करते हैं लेकिन मोतिहारी और चनपटिया की चीनी मिलें वर्षों से बंद हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है। युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का तर्क है कि जनता से किए गए वादों को याद दिलाना विपक्ष का कर्तव्य है।बता दें कि PM मोदी आज मोतिहारी में एक विशाल जनसभा को संबोधित करने वाले हैं। इससे पहले कांग्रेस का यह पोस्टर वार अब राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा रहा है। युवा कांग्रेस का यह पोस्टर अब इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है। विपक्ष इसे जनता की भावनाओं का प्रतीक बता रहा है, तो वहीं भाजपा समर्थकों ने इसे चुनावी नौटंकी करार दिया है। चंपारण की जमीन पर अब पोस्टर से लेकर मंच तक सियासी घमासान शुरू हो गया है।