बिहार चुनाव 2025: NDA में सीट शेयरिंग फॉर्मूला लगभग फाइनल,नित्यानंद राय और चिराग पासवान की मुस्कान ने दिए ‘डील पक्की’ के संकेत
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सियासी सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं और अब एनडीए के भीतर सीट शेयरिंग को लेकर चल रही खींचतान खत्म होती नजर आ रही है।गुरुवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और एलजेपी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान के बीच हुई मुलाकात के बाद गठबंधन में सुलह के साफ संकेत मिले हैं।दरअसल सीट शेयरिंग मामले को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय आज सुबह-सुबह चिराग पासवान से मिलने उनके घर......

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सियासी सरगर्मियां तेज हो चुकी हैं और अब एनडीए के भीतर सीट शेयरिंग को लेकर चल रही खींचतान खत्म होती नजर आ रही है।गुरुवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और एलजेपी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान के बीच हुई मुलाकात के बाद गठबंधन में सुलह के साफ संकेत मिले हैं।दरअसल सीट शेयरिंग मामले को लेकर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय आज सुबह-सुबह चिराग पासवान से मिलने उनके घर पहुंचे थे। हालांकि सुबह चिराग पासवान से उनकी मुलाक़ात नहीं हो पायी थी।इस दौरान उन्होंने चिराग की मां से मुलाकात की लेकिन शाम को हुई दूसरी मुलाकात पूरी तरह सकारात्मक रही।
दोनों नेता मुस्कुराते हुए बाहर निकले
बता दें कि बैठक के बाद जब दोनों नेता मुस्कुराते हुए बाहर निकले, तो मीडिया और राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा शुरू हो गई कि एनडीए में अब सब कुछ ठीक है। वहीं मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में नित्यानंद राय ने कहा “हम दोनों के चेहरे की मुस्कुराहट बताती है कि सब कुछ ठीक है। कोई मतभेद नहीं है। एनडीए एकजुट है और बिहार में मजबूती से चुनाव लड़ेगा।”
सीट शेयरिंग का फॉर्मूला क्या है?
दरअसल शुरुआत में बीजेपी ने एलजेपी (रामविलास) को 22 सीटों का ऑफर दिया था।चिराग पासवान इस पर सहमत नहीं हुए थे।अब सूत्रों के मुताबिक, 25 से 27 सीटों के बीच समझौता तय हो सकता है।जल्द ही इसका औपचारिक ऐलान हो सकता है। वहीं इस मुलाकात के बाद चिराग पासवान ने भी बयान दिया कि “बातचीत सही दिशा में चल रही है। मैं किसी से नाराज़ नहीं हूं, बस बिहार को फर्स्ट और बिहारी को फर्स्ट बनाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। सूत्रों की माने तो बीजेपी नेतृत्व ने नित्यानंद राय को चिराग को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी।इसकी वजह है कि राय और पासवान परिवार के बीच निजी संबंध काफी पुराने और भरोसेमंद हैं।अब जब दोनों नेताओं के बीच सकारात्मक बातचीत हो चुकी है, तो माना जा रहा है कि एनडीए में सीट शेयरिंग का पेंच सुलझ गया है और अब अगले कुछ घंटों में इसका औपचारिक ऐलान हो सकता है।