बिहार के ड्राइविंग ट्रैक होंगे अत्याधुनिक तकनीक से लैस, बिहार परिवहन विभाग और मारुति सुजुकी के बीच MOU

बिहार के ड्राइविंग ट्रैक होंगे अत्याधुनिक तकनीक से लैस, बिहार परिवहन विभाग और मारुति सुजुकी के बीच MOU

PATNA : अगर आप बिहार में रहते हैं और ड्राइविंग लाइसेंस बनाना चाहते हैं, तो यह खबर आपके लिए है. बिहार सरकार के परिवहन विभाग की ओर से ड्राइविंग लाइसेंस को लेकर कई नये दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. इसके तहत अब बिहार में ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए किसी भी व्यक्ति को अनिवार्य रूप से ड्राइविंग टेस्ट पास करना होगा. बिहार में ड्राइविंग टेस्ट के लिए जल्द ही अत्याधुनिक ट्रैक जो पूरे तरीके से कैमरे से लैस होगा. वह बनाएं बनाया जा रहा है.

 

इसके लिए बिहार सरकार के परिवहन विभाग और मारुति सुजुकी के बीच करार हुआ है. यानी अब बिहार में सेटिंग या उन किसी एजेंट के जरिए लाइसेंस नहीं बन पाएगा. पटना और औरंगाबाद की तर्ज पर अब पूर्णिया, भागलपुर, दरभंगा, सारण एवं गया में कैमरे और अत्याधुनिक तकनीक से लैस ट्रैक पर ड्राइविंग टेस्ट लिया जायेगा. इसके लिए पूर्व से बने टेस्टिंग ट्रैक का ऑटोमेशन होगा. यह कार्य परिवहन विभाग द्वारा मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के सीएसआर फंड से कराया जायेगा. इन जिलों में ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का ऑटोमेशन के लिए मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड एवं परिवहन विभाग के बीच मंगलवार को विश्वेश्वरैया भवन स्थित सभागार में मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (एमओए) किया गया.

परिवहन सचिव श्री संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि, लाइसेंस जारी करने से पूर्व कैमरे की निगरानी में अत्याधुनिक तकनीक के  माध्यम से ड्राइविंग का टेस्ट लिया जायेगा. टेस्ट में पास होने के बाद आवेदकों का लाइसेंस निर्गत किया जायेगा. सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक के ऑटोमेशन का निर्णय लिया गया है. इस प्रक्रिया के तहत कंप्यूटर प्रणाली से बिना मानव हस्तक्षेप स्वचालित रुप से टेस्टिंग का कार्य पूर्ण किया जायेगा. इसके लिए 5 जिलों में मारुति सुजुकी द्वारा सीएसआर के तहत ट्रैक का ऑटोमेशन किया जायेगा. आने वाले दिनों में अन्य जिलों में भी अत्याधुनिक तकनीक आधारित ड्राइविंग टेस्टिंग लिया जाएगा.

परिवहन विभाग मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि, भारत की अग्रणी वाहन निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी की सड़क सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता और उनके राष्ट्रव्यापी कार्यक्रमों की मैं सराहना करती हूं. ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक के ऑटोमेशन किये जाने से न केवल सड़क पर कुशल और प्रशिक्षित ड्राइवरों को तैयार करने में सहायता मिलेगी, बल्कि दुर्घटनाओं में भी कमी आयेगी एवं सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी.

राज्य परिवहन आयुक्त श्री नवीन कुमार ने बताया कि, कुशल वाहन चालकों को ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत किया जा सके. इसके लिए पटना एवं औरंगाबाद में पूर्व से ही कैमरे और अत्याधुनिक तकनीक आधारित ड्राइविंग का टेस्ट लिया जा रहा है. इस हेतु पटना एवं औरंगाबाद में ऑटोमेटेड ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का कार्य मारुति सुजुकी द्वारा किया गया था. इसकी सफलता के बाद भागलपुर, दरभंगा, गया, पूर्णिया और सारण में ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक को ऑटोमेटेड करने का निर्णय लिया गया है.

 

इस मौके पर मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट सह सीएसआर हेड तरुण अग्रवाल, जेनरल मैनेजर, रोड सेफ्टी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड, कल्याण सुंदर, अपर सचिव परिवहन विभाग प्रवीण कुमार, संयुक्त सचिव कृत्यानंद रंजन आदि उपस्थित थे.

REPORT - KUMAR DEVANSHU