औरंगाबाद बाघासोती गांव में फसल चर रहे मवेशियों को मारी गोली,एक दर्जन से ज्यादा मवेशी हुये जख्मी, आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर बवाल काटा

औरंगाबाद बाघासोती गांव में फसल चर रहे मवेशियों को मारी गोली,एक दर्जन से ज्यादा मवेशी हुये जख्मी, आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ  जमकर  बवाल काटा

पटना डेस्क : औरंगाबाद के रफीगंज थाना क्षेत्र के बाघासोती गांव में फसल चरने के आरोप में दूसरे गांव के लोगो ने मवेशियों को मारी गोली, जिजमे एक दर्जन से ज्यादा पशु हुये घायल ,आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि रफीगंज थाना क्षेत्र के बाघासोती गांव में बीती शाम चारा चर रही एक दर्जन से ज्यादा  मवेशियों को शिकारी गन से  गोली मार दी गई है जिससे सभी मवेशी जख्मी हो गई हैं। गोली लगने  से आस पास के गांव में तनाव फैलने की संभावना को देखते हुए औरंगाबाद एसपी ने रफीगंज थानाध्यक्ष गुफरान अली को त्वरित करवाई हेतु निर्देशित किया है । एसपी के निर्देश पर थाना अध्यक्ष  के नेतृत्व में  पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंचकर मामले की तहकीकात करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और शिकारी गन को भी  जप्त कर लिया है ।

थानाध्यक्ष गुफरान अली ने बताया कि बाघासोती गांव की कुछ मवेशी गांव के बधार में चर रहे थे।इस क्रम में बिहटा गांव के मो इरशाद एवं अन्य किसानों को फसल बरबादी कि आरोपी लगते हुए  शिकारी गन निकालकर पशुओं को  भगाने के उद्देश्य से गोली चला दी जिससे एक दर्जन से ज्यादा मवेशी जख्मी हो गए है। उन्होंने बताया कि, जख्मी हुए पशु  बघासोती गाँव के हैं घटना को लेकर सभी पशु पालकों के द्वारा प्राथमिकी के लिए अलग अलग आवेदन दिए गए हैं। प्राप्त आवेदन के आधार पर आगे की कारवाई की जा रही है।


थानाध्यक्ष ने यह भी बताया कि, इस घटना के बाद से बाघासोती गांव में पुलिस कैंप कर रही है और मामला पूरी तरह से शांत है। साथ ही साथ जख्मी हुए मवेशियों की स्थिति भी सामान्य है और उनका इलाज चल रहा है। लेकिन ग्रामीणों का माने तो  उनका कहना है कि ना पुलिस कैम्प किये हुये है और नही पशु के इलाज हेतु अभी तक कोई डॉक्टर आए हैं जिसको लेकर ग्रामीण बेहद आक्रोशित हैं हलांकि घटना की सूचना मिलते ही बिहटा ग्राम निवासी समाज सेवी मंसूर खान मौके पर पहुच आपसी सद्भावना बनाये रखने का लोगो से अपील कर रहे हैं वही घटना की निंदा करते हुए अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग भी किया जा रहा है।

रिपोर्ट : कुमार कौशिक /  दीनानाथ मौआर