बिहार में ड्राइविंग लाइसेंस नियमों में बदलाव, ऑनलाइन टेस्ट में नई सख्ती, एक गलती और आवेदन रिजेक्ट

यदि आप बाइक, कार या किसी भी तरह का वाहन चलाना चाहते हैं और आपकी उम्र 18 साल के आसपास हो गई है,  तो  आपको ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना अनिवार्य है। अब इसी प्रक्रिया को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है।अब ऑनलाइन टेस्ट के दौरान आवेदक की जरा-सी लापरवाही भी भारी पड़ सकती.....

बिहार में ड्राइविंग लाइसेंस नियमों में बदलाव, ऑनलाइन टेस्ट में नई सख्ती, एक गलती और आवेदन रिजेक्ट

यदि आप बाइक, कार या किसी भी तरह का वाहन चलाना चाहते हैं और आपकी उम्र 18 साल के आसपास हो गई है,  तो  आपको ड्राइविंग लाइसेंस बनवाना अनिवार्य है। अब इसी प्रक्रिया को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है।अब ऑनलाइन टेस्ट के दौरान आवेदक की जरा-सी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है।

सवालों की लिस्ट विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध
दरअसल, लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस का ऑनलाइन टेस्ट देते समय बहुत सावधान रहने की जरूरत है। जब लाइसेंस को लेकर जो टेस्ट ली जाती है उस समय प्रश्न का जवाब देते समय आवेदक के अलावा किसी दूसरे व्यक्ति की आवाज या शरीर का कोई भी अंग वीडियो में दिखने के बाद आवेदन रद्द हो जाएगा।बताया जा रहा है कि लाइसेंस को लेकर सॉफ्टवेयर को इसी तरह से तैयार किया गया है कि अगर ऐसा होता है तो फिर से स्लॉट बुक करना पड़ेगा। पटना समेत राज्य के सभी जिलों में लर्निंग लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया ऑनलाइन शुरू हो चुकी है। टेस्ट में पूछे जाने वाले यातायात नियमों से संबंधित तमाम सवालों की लिस्ट विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है

सॉफ्टवेयर ही टेस्ट देने वाले को पास या फेल करेगा
बता दें कि, वर्तमान में रोजाना करीब 40 प्रतिशत लोग ऑनलाइन टेस्ट देने के लिए आवेदन कर रहे हैं। वहीं, करीब 60 प्रतिशत लोग डीटीओ कार्यालय आकर टेस्ट दे रहे हैं। वहीं यदि किसी आवेदक को डीटीओ कार्यालय आने में परेशानी हो रही हो  तो वह ऑनलाइन टेस्ट दे सकता है। इसके बाद सॉफ्टवेयर ही टेस्ट देने वाले को पास या फेल करेगा। 

 एक सप्ताह बाद दोबारा आवेदन कर सकते हैं
जानकारी के लिए बता दें  कि, टेस्टिंग में आवेदक को एक मौका मिलेगा। सॉफ्टवेयर अगर कोई क्लॉज लगाकर आवेदक को फेल करता है तो फिर से टेस्ट के लिए शुल्क के साथ आवेदन करना होगा। ऐसे में एक बार फेल होते हैं तो फिर एक सप्ताह बाद दोबारा आवेदन कर सकते हैं। इसका सॉफ्टवेयर इतना अत्याधुनिक है कि आवेदक जब टेस्ट दे रहा होता है तो छोटी-सी गलती को भी वह पकड़ लेता है।