बिहार में ऑटो से बच्चे जा सकेंगे स्कूल, चालकों को एक जून तक करनी होगी यह व्यवस्था, ई-रिक्शा पर प्रतिबंध रहेगा जारी

राज्य सरकार ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए 1 अ प्रैल से स्कूल के बच्चों के परिवहन के लिए ऑटो और ई-रिक्शा के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था लेकिन अब सुरक्षा के मानकों को पूरा करने के बाद ऑटो चालक बच्चों को स्कूल ला और ले जा सकेंगे। एडीजी ट्रैफिक के साथ ऑटो संघ की वार्ता में यह निर्णय लिया गया। इस फैसले से बिहार में स्कूली छात्रों और उनके अभिभावकों को बड़ी राहत मिली ...

बिहार में ऑटो से बच्चे जा सकेंगे स्कूल, चालकों को एक जून तक करनी होगी यह व्यवस्था, ई-रिक्शा पर प्रतिबंध रहेगा जारी

राज्य सरकार ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए 1 अ प्रैल से स्कूल के बच्चों के परिवहन के लिए ऑटो और ई-रिक्शा के इस्तेमाल पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था लेकिन अब सुरक्षा के मानकों को पूरा करने के बाद ऑटो चालक बच्चों को स्कूल ला और ले जा सकेंगे। एडीजी ट्रैफिक के साथ ऑटो संघ की वार्ता में यह निर्णय लिया गया। इस फैसले से बिहार में स्कूली छात्रों और उनके अभिभावकों को बड़ी राहत मिली है। हालांकि ई-रिक्शा से बच्चों को स्कूल ले जाने पर प्रतिबंध जारी रहेगा। 

क्षमता से ज्यादा बच्चे नहीं बिठाने होंगे 

 ट्रैफिक एसपी अपराजित लोहान ने बताया कि ऑटो संघ की मांग और अभिभावकों की परेशानी को देखते हुए यातायात पुलिस ने यह निर्णय लिया है। ऑटो चालकों को चरणबद्ध तरीके से बदलाव करने के निर्देश भी दिये गए हैं। बता दें कि ऑटो संघ की एडीजी ट्रैफिक सुधांशु कुमार के साथ वार्ता हुई। बैठक में तय सुरक्षा नियमों का पालन करनेवाले ऑटो को बच्चों को ढोने पर सहमति बनी है। वहीं ऑटो में सुरक्षा मानक को लेकर समय तय कर दिया गया है। एक मई तक स्कूल के  बच्चों को ढोने के लिए ऑटो मालिकों को वाहन का गेट एक तरफ से बंद करना होगा। क्षमता से ज्यादा बच्चे नहीं बिठाने होंगे और वाहन पर आन स्कूल ड्यूटी लिखाना अनिवार्य होगा। वहीं एक जून तक उन ऑटो में जीपीएस सिस्टम, स्पीडो मीटर आदि की व्यवस्था भी करनी होगी।

ऑटो चालकों में गुस्सा 

बता दें कि पुलिस मुख्यालय ने हादसों के मद्देनजर एक अप्रैल से ऑटो और ई-रिक्शा से स्कूली बच्चों को लाने और ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। इससे जहां ऑटो चालकों में गुस्सा था, वहीं अभिभावक भी परेशान थे। ऑटो चालकों के विरोध को देखते हुए यातायात पुलिस ने ऑटो संघ के साथ बैठक की थी। इसमें यातायात पुलिस अधिकारियों ने चालकों को राहत देते हुए नौ अप्रैल तक कोई कार्रवाई नहीं करने की बात कही थी।