औरंगाबाद में घूसखोर राजस्व कर्मचारी रंगे हाथ गिरफ्तार,निगरानी विभाग की बड़ी कार्रवाई
औरंगाबाद जिले के ओबरा प्रखंड से सरकारी तंत्र में फैले भ्रष्टाचार का घिनौना चेहरा सामने आया है। निगरानी विभाग की टीम ने मंगलवार को ओबरा के मानिकपुर गांव के घूसखोर राजस्व कर्मचारी प्रमोद कुमार को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया।जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सोनहुली और ऊब के राजस्व कर्मचारी प्रमोद कुमार ने किसान दारोगा सिंह के पुत्र उदय कुमार से ‘परिमार्जन प्लस’ के नाम पर पौने दो लाख रुपये की मांग की थी। कई दिनों तक मोलभाव चलता रहा, और अंत में ....

औरंगाबाद जिले के ओबरा प्रखंड से सरकारी तंत्र में फैले भ्रष्टाचार का घिनौना चेहरा सामने आया है। निगरानी विभाग की टीम ने मंगलवार को ओबरा के मानिकपुर गांव के घूसखोर राजस्व कर्मचारी प्रमोद कुमार को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया।जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सोनहुली और ऊब के राजस्व कर्मचारी प्रमोद कुमार ने किसान दारोगा सिंह के पुत्र उदय कुमार से ‘परिमार्जन प्लस’ के नाम पर पौने दो लाख रुपये की मांग की थी। कई दिनों तक मोलभाव चलता रहा, और अंत में घूसखोर ने 20 हजार में सौदा पक्का किया।
निगरानी विभाग का जाल
बता दें कि उदय कुमार ने सीधे निगरानी विभाग, पटना से संपर्क कर शिकायत दर्ज कराई (कांड संख्या 60/25)। शिकायत के सत्यापन के बाद डीएसपी विकास कुमार श्रीवास्तव के नेतृत्व में छह सदस्यीय टीम ने जाल बिछाया।मंगलवार को जैसे ही उदय कुमार 20 हजार रुपये लेकर ओबरा अंचल कार्यालय के पास आधुनिक अभिलेखागार डाटा सेंटर पहुंचा और टिफिन बॉक्स में रखे पैसे प्रमोद कुमार को थमाए, टीम ने मौके पर ही उसे घेर लिया।
पहले मुकरा, फिर टूट गया
गिरफ्तारी के वक्त प्रमोद कुमार पैसे लेने से मुकरता रहा, लेकिन जब निगरानी टीम ने कड़ाई से पूछताछ की, तो सच सामने आ गया। टीम ने घूस की रकम और आरोपी को कब्जे में ले लिया।निगरानी के डीएसपी विकास कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि उदय कुमार ने निगरानी थाना में राजस्व कर्मचारी के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी थी।शिकायत के आलोक में सत्यापन कराया गया।इसके बाद निगरानी की टीम ने राजस्व कर्मचारी को रंगे हाथ दबोच लिया।