बेगूसराय में अपराधियों का बेलगाम तांडव: जदयू के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष निलेश कुमार की गोली मारकर हत्या, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

बेगूसराय में अपराधियों का मनोबल किस कदर बढ़ चुका है, इसका ताज़ा और चौंकाने वाला उदाहरण छौड़ाही थाना क्षेत्र के पीर नगर गांव में देखने को मिला। मंगलवार देर रात हथियारबंद अपराधियों ने जदयू के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष निलेश कुमार को निशाना बनाते हुए उनकी निर्मम हत्या कर दी। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी और दहशत...

बेगूसराय में अपराधियों का बेलगाम तांडव: जदयू के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष निलेश कुमार की गोली मारकर हत्या, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल

बेगूसराय में अपराधियों का मनोबल किस कदर बढ़ चुका है, इसका ताज़ा और चौंकाने वाला उदाहरण छौड़ाही थाना क्षेत्र के पीर नगर गांव में देखने को मिला। मंगलवार देर रात हथियारबंद अपराधियों ने जदयू के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष निलेश कुमार को निशाना बनाते हुए उनकी निर्मम हत्या कर दी। घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी और दहशत फैल गई है।

रोज की तरह बथान पर सो रहे थे
सूत्रों के मुताबिक, रात करीब 11 बजे निलेश कुमार अपने मवेशी के बथान में सो रहे थे। तभी 6 से अधिक बदमाश वहां पहुंचे और बिना किसी चेतावनी के ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दीं।गोलियां उनकी छाती, गर्दन और आंख के पास लगीं। गोली की आवाज सुनते ही परिजन और ग्रामीण दौड़े, लेकिन अपराधी हथियार लहराते हुए फरार हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अपराधियों की संख्या करीब 9 थी।

पुलिस की त्वरित कार्रवाई
वारदात की सूचना मिलते ही मंझौल डीएसपी और छौड़ाही थाना पुलिस मौके पर पहुँची।एक संदिग्ध को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है। साथ ही FSL टीम को भी बुलाया गया है, जो घटनास्थल से वैज्ञानिक सबूत जुटा रही है।मृतक के पिता रामबली महतो ने बताया कि निलेश कुछ समय पहले तक जदयू के पंचायत अध्यक्ष थे और हालिया विधानसभा चुनावों में खासे सक्रिय थे।उन्होंने कहा कि गांव के ही बृजेश कुमार से लंबे समय से जमीन विवाद चल रहा था, जिसकी शिकायत 2019 में भी दोनों पक्षों ने दर्ज कराई थी।

SP का बयान – जमीन विवाद की दिशा में जांच
एसपी मनीष ने कहा कि प्रारंभिक पूछताछ में जमीन विवाद ही हत्या की मुख्य वजह प्रतीत हो रही है।पुलिस बृजेश कुमार को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ कर रही है और अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी तेज कर दी गई है।बता दें कि सम्राट चौधरी के सख्त निर्देशों के बावजूद बिहार में अपराध पर लगाम नहीं। एक जनप्रतिनिधि की इस तरह गोली मारकर हत्या से यह साफ दिख रहा है कि अपराधियों का मनोबल कितना बढ़ गया है। हालात ये हैं कि कानून-व्यवस्था पर उठते सवाल लोगों के बीच सरकार की छवि पर भी गहरा असर डाल रहे हैं।