बिहार में योग प्रशिक्षकों का मानदेय बढ़ाने की मांग तेज, बीजेपी कार्यालय पर घंटों प्रदर्शन,कहा-हर हाल में मंत्री से मिलकर जाएंगे
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कई विभागों में मानदेय वृद्धि के बाद अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत योग प्रशिक्षकों ने भी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है। सोमवार को बड़ी संख्या में योग प्रशिक्षक बीजेपी कार्यालय के सामने प्रदर्शन करते रहे और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से मिलने की जिद पर अड़े रहे...

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा कई विभागों में मानदेय वृद्धि के बाद अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत योग प्रशिक्षकों ने भी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन तेज कर दिया है। सोमवार को बड़ी संख्या में योग प्रशिक्षक बीजेपी कार्यालय के सामने प्रदर्शन करते रहे और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से मिलने की जिद पर अड़े रहे।
हर हाल में मंत्री से मिलकर जाएंगे-
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कार्यरत योग प्रशिक्षकों ने बताया कि 2018 में हम लोग को बहाल किया गया था और 250 रुपये प्रति दिन दिया जाता है जो साढ़े सात हजार का महीना है। मुख्यमंत्री सभी लोगों का मानदेय बढ़ा रहे हैं हम पर कब ध्यान देंगे।आंदोलनकारियों ने कहा कि हम स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से मिलने के लिए सुबह 5 बजे से बीजेपी कार्यालय पर आए हुए हैं।उन लोगों ने कहा कि अभी तक स्वास्थ्य मंत्री नहीं पहुंचे हैं, लेकिन हम शाम 5 बजे तक यहां रहेंगे। हर हाल में मंत्री से मिलकर जाएंगे। जब सभी का जब मांग पूरा हो रहा है तो हम पर भी ध्यान दिया जाए।वैसे यह पांच सूत्री मांग है, लेकिन मुख्य मांग है कि हम लोग का मानदेय बढ़ाया जाए।
प्रशिक्षकों ने किया आंदोलन
बता दें कि चुनावी वर्ष में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जहां आम लोगों के लिए सामाजिक सुरक्षा पेंशन की वृद्धि किया तो विद्यालय रसोइया, रात्रि प्रहरी का मानदेय दोगुना कर दिया। वहीं शारीरिक शिक्षक को 8000 से बढ़कर सीधे 16000 कर दिया गया।इससे अन्य विभागों के संविदाकर्मियों और प्रशिक्षकों में भी आंदोलन की संभावना बढ़ गई है।