तेजस्वी यादव पर FIR:,बोले-जुमला बोलना भी गुनाह हो गया ...एफआईआर से डर नहीं लगता और हम सच बोलते हैं
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में उनके खिलाफ बीजेपी विधायक मिलिंद रामजी नरोटे की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है।तेजस्वी यादव इस समय कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ कटिहार में वोटर अधिकार यात्रा पर हैं। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने प्रतिक्रिया दी और कहा –एफआईआर से कौन डरता है? जुमला बोलना भी गुनाह हो गया है। उन्हें सच से डर लगता है। हमें किसी एफआई.......

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में उनके खिलाफ बीजेपी विधायक मिलिंद रामजी नरोटे की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है।तेजस्वी यादव इस समय कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के साथ कटिहार में वोटर अधिकार यात्रा पर हैं। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उन्होंने प्रतिक्रिया दी और कहा –एफआईआर से कौन डरता है? जुमला बोलना भी गुनाह हो गया है। उन्हें सच से डर लगता है। हमें किसी एफआईआर से डर नहीं लगता और हम सच बोलते हैं।
FIR दर्ज होने की वजह
मामला 22 अगस्त से जुड़ा है। दरअसल, गया दौरे से पहले तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक कार्टून सोशल मीडिया पर शेयर किया था।कार्टून में पीएम को दुकानदार के रूप में दिखाया गया था।दुकान पर लिखा था – “बयानबाजी की मशहूर दुकान”।तेजस्वी ने पोस्ट के जरिए बिहार में एनडीए के 20 साल और पीएम के 11 साल के कार्यकाल का हिसाब मांगा था।इसी पोस्ट को लेकर गढ़चिरौली पुलिस ने उनके खिलाफ धारा 196(1)(ए)(बी), 356(2)(3), 352 और 353(2) के तहत मामला दर्ज किया है।
यूपी में भी शिकायत
महाराष्ट्र के अलावा उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में भी तेजस्वी यादव के खिलाफ शिकायत दर्ज हुई है।यहां बीजेपी महानगर अध्यक्ष शिल्पी गुप्ता ने थाने में शिकायत दी है। उनका कहना है कि –प्रधानमंत्री के खिलाफ तेजस्वी यादव की अभद्र टिप्पणी से देशभर में आक्रोश है। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।वहीं बीजेपी नेताओं ने तेजस्वी यादव की टिप्पणी को प्रधानमंत्री और जनता दोनों का अपमान बताया है। पार्टी का कहना है कि इस तरह की भाषा किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है और कानून के तहत कार्रवाई होनी चाहिए।