बिहार में भारी बारिश का कहर: पटना की सड़कें बनीं तालाब, ट्रेन-फ्लाइट पर असर; 20 जिलों में हेवी रेन की चेतावनी
बिहार में मॉनसून एक बार फिर से पूरे शबाब पर है। राजधानी पटना सहित राज्य के कई जिलों में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पटना जंक्शन, डाकबंगला चौराहा, कंकड़बाग और पटना सिटी जैसे इलाकों में 3 से 4 फीट तक जलजमाव हो गया है। तेज बारिश के कारण रेलवे, सड़क यातायात और फ्लाइट सेवाओं पर भी असर पड़ा है।इधर, छपरा, बेगूसराय, नालंदा में भी सोमवार रात से तेज बारिश हो रही है। नालंदा में बारिश के बाद बिहार शरीफ-रांची रोड में पानी...

बिहार में मॉनसून एक बार फिर से पूरे शबाब पर है। राजधानी पटना सहित राज्य के कई जिलों में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पटना जंक्शन, डाकबंगला चौराहा, कंकड़बाग और पटना सिटी जैसे इलाकों में 3 से 4 फीट तक जलजमाव हो गया है। तेज बारिश के कारण रेलवे, सड़क यातायात और फ्लाइट सेवाओं पर भी असर पड़ा है।इधर, छपरा, बेगूसराय, नालंदा में भी सोमवार रात से तेज बारिश हो रही है। नालंदा में बारिश के बाद बिहार शरीफ-रांची रोड में पानी भर गया।
20 जिलों में ऑरेंज अलर्ट, 18 जिलों में येलो
बता दें कि मौसम विभाग ने आज पूरे राज्य में बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें राजधानी पटना समेत 20 जिलों में आज भी भारी बारिश की चेतावनी है। इन 20 जिलों में ऑरेंज अलर्ट है।वहीं, वैशाली, मुजफ्फरपुर समेत 18 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट है। इन जिलों में 30 से 40 किमी/घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना है।मौसम विभाग के मुताबिक, अगले 48 घंटे बिहार में भारी बारिश की संभावना है। आकाशीय बिजली गिरने को लेकर विशेष रूप से चेतावनी जारी की गई है।
पॉश इलाकों में भी पानी
लगातार हो रही बारिश के बाद पटना जंक्शन के बाहर 2 फीट तक पानी भर गया, रेलवे ट्रैक डूब गए। जिसके कारण कई ट्रेनें फंस गई। राजेंद्र नगर रेलवे टर्मिनल के बाहर भी पानी भर गया।डाकबंगला चौराहे पर भी 3 से 4 फीट तक पानी भर गया। कुछ ऐसी स्थिति राजधानी के कंकड़बाग और पटना सिटी में भी थी। पटना सिटी के कई इलाकों में अब भी पानी भरा है।इताना ही नहीं पटना के पॉश इलाके एसके पूरी में सड़क तालाब में तब्दील हो गई। खेतान मार्केट के कई दुकानों में पानी भर गया।
9 घंटे तक सिग्नल फेल
रेलवे ट्रैक डूबने के कारण करीब 9 घंटे तक इलेक्ट्रिक सिग्नल सिस्टम फेल रहा। जलजमाव से शॉट सर्किट से सिग्नल काम करना बंद कर दिया।वहीं पटना से हावड़ा और दिल्ली आने-जाने वाली तेजस, संपूर्ण क्रांति, श्रमजीवी एक्सप्रेस, बिक्रमशिला, मगध एक्सप्रेस सहित करीब 15 ट्रेनों को मैन्युअल करके प्लेटफॉर्म पर लाया गया।बता दें कि सुबह 5 बजे से लेकर दोपहर 2 बजे तक आने वाली सभी ट्रेनें जंक्शन पर लेट से पहुंचीं। कई ट्रेनें देरी से खुलीं। वहीं पटना जंक्शन से खुलने वाली राजरानी एक्सप्रेस को राजेन्द्र नगर टर्मिनल से रवाना किया गया।करीब 20 हजार से अधिक यात्रियों को दिक्कतें हुई।