प्रशांत किशोर की रैली में खाना के लिए चले लात-घूसे,छोले -चावल के लिए धक्का-मुक्की करते नजर आए कार्यकर्ता
चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत के साथ जनसुराज की धमक दिखाने को आतुर हैं। जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को राजधानी पटना के गांधी मैदान में बिहार बदलाव रैली को संबोधित किया। उन्होंने इस रैली के माध्यम से बिहार बदलने का संकल्प लिया। बता दें कि विधानसभा चुनाव...

चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत के साथ जनसुराज की धमक दिखाने को आतुर हैं। जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को राजधानी पटना के गांधी मैदान में बिहार बदलाव रैली को संबोधित किया। उन्होंने इस रैली के माध्यम से बिहार बदलने का संकल्प लिया। बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले जनसुराज पार्टी की यह पहली रैली थी। जिसमें 10 से 12 लाख की भीड़ आने का दावा किया गया था लेकिन पटना के गांधी मैदान में 1 लाख लोग भी नहीं पहुंच पाए।
खाना खाने के लिए मारपीट करने लगे लोग
वहीं बिहार बदलाव रैली में आए कार्यकर्ताओं के लिए प्रशांत किशोर ने खाने-पीने का भी इंतजाम किया था लेकिन जैसे-जैसे लोग इकट्ठा होते गए व्यवस्था बदहाल होती चली गई। भूखे-प्यासे पटना पहुंचे लोग खाना खाने के लिए मारपीट करने लगे। सबसे पहले प्लेट लेने के लिए लोगों को एक दूसरे से धक्का-मुक्की करना पड़ा, उसके बाद छोले के लिए एक दूसरे के शरीर पर लोग चढ़ते नजर आए। किसी को चावल मिला तो छोला नहीं, किसी को छोला मिला तो चावल नहीं। वहीं एक टाईम के खाना के लिए लोग इस रैली में शामिल हो गए थे लेकिन किसी को भी भर पेट खाना नहीं मिल पाया। रैली में लोग एक दुसरे का प्लेट छिन रहे हैं। खाना लेकर इधर उधर भाग रहे हैं। कोई चावल का कठौती लेकर भाग रहा है लेकिन उसके बाद भी रैली में आए लोग उसका पिछा नहीं छोड़ते हैं और उसके पिछे चावल के लिए दौड़ पड़ते हैं।
जन सुराज को बुरी तरह से हार मिली थी
बता दें कि कुछ महीने पहले हुए उपचुनाव में प्रशांत किशोर की पार्टी जन सुराज को बुरी तरह से हार मिली थी। जिसके बाद जनसुराज के जनाधार पर उठ रहे सवाल का जवाब प्रशांत किशोर शुक्रवार को बिहार बदलाव के माध्यम से देना चाहते थे लेकिन, जितनी उम्मीद थी उतने लोग नहीं पहुंच पाए।