पैगम्बर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर जुलूसे मोहम्मदी में लाखों की भीड़,प्रशासन पूरी तरह अलर्ट
पटना डेस्क : पैगम्बर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद साहब के जन्मदिन के मौके पर शहर से लेकर गांव तक जुलूस मोहम्मदी निकली गई। साथ ही ‘ईद-ए-मिलाद-उन-नबी की महफिल सजाई गई । वहीं पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से अलर्ट दिखी। जुलूसे मोहम्मदी में जिले के विभिन्न जगहों से आए हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया।
समस्तीपुर शहर में चारों तरफ श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। बच्चें, जवान,बूढ़े सभी अपने हाथों में झंडा बैनर लिए हुए। हुजूर की आमद मरहबा, पत्ता-पत्ता फूल फूल या रसूल या रसूल जैसे नारों से गूंज उठी गांव व शहरों की गलियां। शहर के जामा मस्जिद के इमाम ने बताया, कि दुनिया में मोहम्मद साहब के आने से पहले बहुत ही ज्यादती होती थी। लड़की पैदा होने पर जिंदा बच्चियों को दफन कर दिया जाता था। काले-गोरे में भेदभाव होता था। वेवाओं पर काफी जुल्म किया जाता था। आज का वह दिन था जब हज़रत मोहम्मद साहेब के आने पर रात एक तरफ इंतजार कर रही थी, दिन एक तरफ इंतजार कर रहा था।
पैगंबर साहब का जन्म दिन और रात के बीच सुबह सादिक के वक्त हुआ। पैगम्बर साहब के आने के बाद दुनिया में,काफी बुराइयां खत्म हुई, लोगों में तालीम बढ़ी,मानव समाज में खुशनुदी देखने को मिली, उन्होंने प्यार,भाईचारे,शांति का संदेश इस दुनिया को दिए। आज भी मुस्लिम समुदाय के लोग उनके बताए हुए रास्ते और उनकी सुन्नत पर अमल करते हैं।
रिपोर्ट : कुमार कौशिक / कैसर खान