ओवरस्पीडिंग के आंकड़े: पटना बना बिहार का हॉटस्पॉट, पकड़े गए 868 वाहन

बिहार में सबसे अधिक ओवरस्पीड गाडि़यां पटना में चलाई जा रही हैं। राज्य में पकड़ी गई ओवरस्पीड गाड़ियों में एक चौथाई यानी करीब 25 प्रतिशत पटना में पकड़ी जा रही हैं। परिवहन विभाग के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से कुल 54,679 वाहनों को वास्तविक समय में ट्रैक किया जा रहा है।इस सिस्टम ने पिछले डेढ़ वर्षों में कुल 3,552 वाहनों को ओवरस्पीडिंग करते पकड़ा है। चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से  सिर्फ पटना में 868 वाहनों को ओवरस्पीड के अपराध में पकड़ा गया है।यानी, राज्य ....

ओवरस्पीडिंग के आंकड़े: पटना बना बिहार का हॉटस्पॉट, पकड़े गए 868 वाहन

बिहार में सबसे अधिक ओवरस्पीड गाडि़यां पटना में चलाई जा रही हैं। राज्य में पकड़ी गई ओवरस्पीड गाड़ियों में एक चौथाई यानी करीब 25 प्रतिशत पटना में पकड़ी जा रही हैं। परिवहन विभाग के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से कुल 54,679 वाहनों को वास्तविक समय में ट्रैक किया जा रहा है।इस सिस्टम ने पिछले डेढ़ वर्षों में कुल 3,552 वाहनों को ओवरस्पीडिंग करते पकड़ा है। चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें से  सिर्फ पटना में 868 वाहनों को ओवरस्पीड के अपराध में पकड़ा गया है।यानी, राज्य में पकड़ी गई कुल ओवरस्पीड गाड़ियों का लगभग 25% हिस्सा अकेले पटना का है।

2024-25 में 2,007 वाहन पकड़े गए
विभागीय जानकारी के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2024-25 में 2,007 वाहन ओवरस्पीड करते पकड़े गए। इनमें सबसे अधिक 1,051 कैब 100 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार पर थीं। इसके अलावा 862 बसों, 61 मैक्सी कैब और 33 कारों ने भी गति सीमा का उल्लंघन किया है।चालू वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक 1,545 सार्वजनिक वाहनों ने ओवरस्पीड के नियम तोड़े हैं। इनमें 623 कैब, 583 बस, 128 मैक्सी कैब, 118 ओमनी बस और 93 कार शामिल हैं। इन वाहनों के खिलाफ चालान जारी करने के लिए संबंधित जिलों के जिला परिवहन अधिकारियों (डीटीओ) को निर्देश भेजा जा चुका है।

 पटना में 472 वाहनों ने तेज रफ्तार में गाड़ी चलाई
बता दें कि पिछले वित्तीय वर्ष में पटना में 472 वाहनों ने तेज रफ्तार में गाड़ी चलाई, जबकि मुजफ्फरपुर में 209 और मोतिहारी में 132 वाहनों को व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग सिस्टम (वीएलटीडी) ने नियम तोड़ते पकड़ा है।वहीं चालू वित्तीय वर्ष में भी पटना में 396, गया में 132 और मुजफ्फरपुर में 123 वाहनों ने गति सीमा का उल्लंघन किया है। जानकारी के लिए बता दें कि परिवहन विभाग ने वर्ष 2022 से वीएलटीडी सिस्टम के जरिए यात्री वाहनों की निगरानी शुरू की थी। इससे न केवल वाहनों की गति, बल्कि उनकी वर्तमान लोकेशन और रूट की भी जानकारी मिलती है।

पटना बना हॉटस्पॉट
इन आंकड़ों से साफ है कि राजधानी पटना न सिर्फ ट्रैफिक जाम बल्कि ओवरस्पीडिंग की समस्या से भी सबसे ज्यादा जूझ रहा है। शहर में तेजी से बढ़ती कैब और बस सेवाएं इसके मुख्य कारण मानी जा रही हैं।वहीं पटना में ओवरस्पीडिंग के ये आंकड़े साफ संकेत देते हैं कि अगर समय रहते कड़े कदम नहीं उठाए गए, तो राजधानी में सड़क हादसे और ज्यादा बढ़ सकते हैं।

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