भोजपुर में बालू का खेल करने वाला सिपाही निलंबित, बिहार ट्रक एसोसिएशन के आवेदन पर एक्शन
आरा : बिहार में सरकार ने बालू के खनन पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है, लेकिन रोक के बाद भी बालू का खनन जारी है,बिहार में आए दिन बालू अवैध तरीके से खनन किया जाता है। बालू को अवैध तरीके से एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाया जाता है। इसी कड़ी में बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष सह लखीसराय जिला पुलिस बल में कार्यरत सिपाही नरेंद्र कुमार ...

आरा : बिहार में सरकार ने बालू के खनन पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है, लेकिन रोक के बाद भी बालू का खनन जारी है,बिहार में आए दिन बालू अवैध तरीके से खनन किया जाता है। बालू को अवैध तरीके से एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाया जाता है। इसी कड़ी में बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष सह लखीसराय जिला पुलिस बल में कार्यरत सिपाही नरेंद्र कुमार धीरज यादव के बालू कारोबार में संलिप्त रहने एवं पुलिस विभाग को अवकाश के दौरान फर्जी मेडिकल रिपोर्ट देकर गुमराह करने का मामला सामने आया है।
स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश
बता दें कि इस मामले में पुलिस अधीक्षक अजय कुमार ने सिपाही नरेंद्र कुमार धीरज यादव को निलंबित करते हुए विभागीय जांच के विरुद्ध अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। निलंबन अवधि में सिपाही नरेंद्र कुमार धीरज यादव का मुख्यालय पुलिस केंद्र लखीसराय बनाया है। पुलिस केंद्र लखीसराय के डीएसपी रक्षित रतनलाल ठाकुर द्वारा सिपाही के विरुद्ध लगे आरोपों की जांच सत्य पाए जाने के बाद एसपी ने यह कार्रवाई की है।
भोजपुर एवं अरवल जिला में अवैध बालू का कारोबार
आपको बता दें कि बिहार ट्रक ओनर एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष अजय कुमार द्वारा पुलिस मुख्यालय को ई-मेल के जरिए एक पत्र समर्पित कर शिकायत किया था कि लखीसराय जिला बल के सिपाही सह बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कुमार धीरज यादव द्वारा चार पहिया वाहन में प्रदेश अध्यक्ष का बोर्ड लगाकर भोजपुर एवं अरवल जिला में अवैध बालू का कारोबार किया जाता है। ओवरलोडेड बालू गाड़ियों को एस्कार्ट कर पार कराते हैं।
मेडिकल अवकाश लेकर बालू का अवैध कारोबार
जानकारी के लिए बता दें कि शिकायत में यह भी कहा गया कि उक्त सिपाही मेडिकल अवकाश लेकर बालू का अवैध कारोबार कर रहा है।पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर एसपी अजय कुमार ने डीएसपी रक्षित रतनलाल ठाकुर को इसकी जांच का आदेश दिया। जांच में यह पाया गया की उक्त सिपाही करीब 11 माह पूर्व से जिला बल में ड्यूटी से अनुपस्थित है। उसके द्वारा पीएमसीएच, पटना में इलाज कराने एवं साक्ष्य के रूप में मेडिकल रिपोर्ट जमा किया गया था।
दोषी मानते हुए एसपी ने उसे निलंबित कर दिया है
वहीं डीएसपी रक्षित ने जब पीएमसीएच जाकर इसकी जांच की तो पीएमसीएच अधीक्षक इंद्रमोहन ठाकुर ने बताया कि सिपाही नरेंद्र कुमार धीरज यादव पीएमसीएच में न भर्ती किया गया न उसका इलाज हुआ है। पूरे मामले में सिपाही के ऊपर लगे आरोप प्रमाणित होने एवं फर्जी मेडिकल रिपोर्ट देकर ड्यूटी से गायब रहने के दोषी मानते हुए एसपी ने उसे निलंबित कर दिया है।
लेटर देकर शिकायत दर्ज कराया था-अजय यादव
इसके बाद ट्रक ओनर एसोसिएशन के भोजपुर जिला अध्यक्ष अजय यादव ने बताया कि कुछ दिन पहले हमने भोजपुर के पूर्व एसपी राकेश दुबे और बिहार के डीजीपी ओर अन्य पदाधिकारी को हमने लेटर देकर शिकायत दर्ज कराया था उसे मामले में अब कार्रवाई हुई है , जिसके लिए हम पदाधिकारी को धन्यवाद के पात्र हैं।