राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा आज से शुरू, 16 दिन में तय करेंगे 1300 किमी का सफर, मांझी ने कहा- पत्थर पर सिर मारने से क्या होगा?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा आज (रविवार) से शुरू हो रही है। इस यात्रा की शुरुआत रोहतास से जबकि समापन पटना में होगा। कुल 16 दिन की इस यात्रा में राहुल गांधी 23 जिलों से गुजरते हुए करीब 1300 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। यह यात्रा चुनाव आयोग की वोटर लिस्ट SIR 2025 प्रक्रिया के खिलाफ निकाली जा रही है। बिहार में कांग्रेस की सहयोगी राजद और वामदल (लेफ्ट) भी इस यात्रा में शामिल होंगे। पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सासाराम पहुंच चुके हैं और यात्रा ....

राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा आज से शुरू, 16 दिन में तय करेंगे 1300 किमी का सफर, मांझी ने कहा- पत्थर पर सिर मारने से क्या होगा?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की वोट अधिकार यात्रा आज (रविवार) से शुरू हो रही है। इस यात्रा की शुरुआत रोहतास से जबकि समापन पटना में होगा। कुल 16 दिन की इस यात्रा में राहुल गांधी 23 जिलों से गुजरते हुए करीब 1300 किलोमीटर की दूरी तय करेंगे। यह यात्रा चुनाव आयोग की वोटर लिस्ट SIR 2025 प्रक्रिया के खिलाफ निकाली जा रही है। बिहार में कांग्रेस की सहयोगी राजद और वामदल (लेफ्ट) भी इस यात्रा में शामिल होंगे। पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सासाराम पहुंच चुके हैं और यात्रा में शामिल होंगे। वहीं, बिहार कांग्रेस ने इस यात्रा को सफल बनाने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की हैं।

सभा स्थल पर होगी राहुल गांधी की जनसभा
मिली जानकारी के मुताबिक एसपी जैन कॉलेज से राहुल गांधी सड़क मार्ग से सुआरा हवाई अड्डा पहुंचेंगे। वहीं पर सभास्थल बनाया गया है। राहुल गांधी वहां लोगों को संबोधित करेंगे। दोपहर 12:00 बजे से 2:00 बजे तक सभा का कार्यक्रम होगा, जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है, जगह-जगह मजिस्ट्रेट पुलिस बल की तैनाती की गई है। लालू प्रसाद यादव के भी सभा में आने की संभावना जताई जा रही है।

 मांझी का हमला
वहीं केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा पर निशाना साधते हुए मीडिया से बातचीत में कहा कि पत्थर पर सिर मारने से क्या होगा? सिर फट जाएगा, ये लोग यही कर रहे हैं। तालाब में अगर पानी ज्‍यादा दिनों तक एकत्र हो जाए तो गंदा हो जाता है। अगर कोई मर गया या प्रदेश छोड़ दिया तो नई सूची बनाना जरूरी होता है। यह सबके हित में है। लोगों के गलत नाम का फायदा लेने वाले ही चुनाव आयोग की एसआईआर प्रक्रिया के खिलाफ हैं।'