हाजीपुर सीट को लेकर पशुपति पारस ने कहा - चिराग नहीं मैं हूं सच्चा उत्तराधिकारी
पटना डेस्क : दिल्ली में 18 जुलाई को एनडीए के घटक दलों ने बैठक हुई थी. उस बैठक में एनडीए के सभी घटक दल मौजूद थे. उसमें बिहार के पशुपति पारस और चिराग पासवान भी मौजूद थे. वहां देखा गया था की चिराग पासवान ने अपने चाचा पशुपति पारस का पैर छूकर उनसे आशीर्वाद लिया. वही PM नरेंद्र मोदी ने चिराग पासवान को गले लगा लिया था. उसके बाद कयासों का दौर शुरू हो गया था कि, चाचा भतीजा मैं सब कुछ ठीक-ठाक हो गया है. राजनीतिक के विशेषज्ञों ने यह तक अनुमान लगा लिया कि, बीजेपी ने इन दोनों के बीच समझौता करा दिया है.
लेकिन अब जिस तरीके से पशुपति पारस का बयान फिर सामने आने लगा है. उससे चाचा भतीजा के बीच कुछ ठीक होता नहीं दिख रहा है. ऐसे में एक बार फिर पशुपति पारस ने स्पष्ट तौर पर कह दिया है कि, वह रामविलास पासवान के सच्चे उत्तराधिकारी मैं हूं. इसलिए वह किसी भी हाल में हाजीपुर सीट से समझौता नहीं करेंगे.
दरअसल, पशुपति पारस पटना में एक पुस्तक विमोचन समारोह में शामिल हुए थे. जहां उन्होंने रामविलास पासवान के जीवन के ऊपर लिखी गई पुस्तक का विमोचन किया. इसी दौरान पशुपति पारस ने कहा कि, मैं रामविलास पासवान का उत्तराधिकारी हूं, मुझे मेरे बड़े भाई ने कहा था कि, आप हाजीपुर से चुनाव लड़ गए. उस टाइम ही मैं चिराग का नाम आगे किया था. लेकिन उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया तो हाजीपुर सीट से मैं ही चुनाव लडूंगा.
मालूम हो कि, लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान पिछले कई महीनों से यह कहते फिर रहे हैं कि, इस बार उनकी पार्टी हाजीपुर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेगी. यह उनके पापा की कर्मभूमि है. ऐसे में वह इसे अपना सब कुछ मानते हैं. इसलिए इस सीट पर हमारी पार्टी चुनाव लड़ेगी.
रिपोर्ट : कुमार कौशिक