सुशील मोदी ने अगुवानी पुल हादसे की जांच पर लगाए कई गंभीर आरोप, नितीश कुमार पर साधा सवालों की झड़ी
पटना डेस्क : 5 जून को सुल्तानगंज खगड़िया को जोड़ने वाला महासेतु का कुछ हिस्सा गंगा में समा गया था. लगभग महीना भर बीतने वाला है. उस पर नीतीश की सरकार ने क्या कार्रवाई की है. इसी पर सवाल पूछते हुए सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर आरोपों की झड़ी लगा दी है. उनका कहना है कि, सरकार भ्रष्टाचारियों से मिल गई है और इसके लीपापोती में लग गई है.
सुशील मोदी ने अगुवानी पुल हादसे की जांच की जो भी कार्रवाई हुई है. उस पर रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि, पुल हादसे के बाद महीना भर बीत जाने के बाद क्या जांच-पड़ताल हुई है. इसका जवाब सरकार को देना चाहिए. सुशील मोदी ने यह भी कहा कि, अगुवानी पुल डिजाइन बनाने वाले विदेशी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं हुआ? उन्होंने कहा कि, मुख्य अभियंता को परियोजना से क्यों नहीं हटाया गया और उन्हें पुल निर्माण विभाग का प्रबंध निदेशक क्यों बनाया गया ? क्या घटना के बाद कार्यपालक अभियंता को हटाया गया तो उसे 5 जून को दोबारा वापस बुलाकर सीनियर प्रोजेक्ट इंजीनियर क्यों बना दिया गया ?
सुशील मोदी ने पूछा कि, आईआईटी रुड़की के विशेष विशेषज्ञ समिति की जांच रिपोर्ट का क्या हुआ ? उस पर क्या कार्रवाई हुई ? पथ निर्माण विभाग के मुख्य सचिव पर जांच हुई थी. वह कहां तक पहुंची है ? यह कोई बताने को तैयार नहीं हो रहा है.
सुशील मोदी ने कहा कि, 1710 करोड से बनने वाली पुल का शिलान्यास नीतीश कुमार ने ही किया था. बनने से पहले दो बार ढह गया. लेकिन किसी की भी जिम्मेदारी या सजा नहीं तय की गई ? सरकार भ्रष्टाचारियों के साथ समझौता कर रही है. अब देखना होगा कि, इन तमाम आरोप के बाद नीतीश कुमार अपनी बात को कैसे रखते हैं, और जनता को संतुष्ट करते हैं.
रिपोर्ट : कुमार कौशिक