बिहार में शराबबंदी का काला सच - एक शख्स शराब पिने के लिए 20 हजार कर्ज लिया, उधार नहीं चुकाने पर की अपनी जीवनलीला का अंत
पटना डेस्क : बिहार में 2016 से पूर्ण शराबबंदी है. इसके बावजूद इस राज्य में धड़ल्ले से शराब की अवैध कारोबार की जा रही है. आए दिन यहां लोग शराब बेचते और पीते पकड़े जाते हैं. कई लोग की जान भी जहरीली शराब पीने से जा चुकी है. बिहार में शराब का कारोबार अवैध तरीके से फल-फूल रहा है. दरअसल यह बात हम इसलिए कह रहे हैं कि, बिहार के कई जिलों में लोग शराब पीके अपनी जान दे रहे हैं.
इसी की एक बानगी देखने को मिली है, मुजफ्फरपुर में जहां एक शख्स शराब पीने के लिए 20 हजार उधार लिया और जब कर्ज चुका नहीं पाया तो तनाव में आकर उसने एक खौफनाक कदम उठा लिया. ये मामला मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र के बेझा गांव का है. जहां के एक 55 साल के शख्स ने शराब पीने के लिए कर्ज लिया. लेकिन जब कर्ज चुकाने की बारी आई तो कर्ज देने वाले के बढ़ते दबाव में अपनी जान दे दी. मृतक की पहचान मोहम्मद जमील खान के रूप में की गई है. जो पेशे से बिल्डिंग पेंटिंग का काम करता था.
अधेड़ का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई. वही, मृतक की पत्नी रूही खातून ने पुलिस को बताया कि मजदूरी करने के दौरान जमील को नशे की लत लग गई थी. वह कर्ज लेकर शराब पीने लगा था. कर्ज नहीं चुकाने पर वह काफी दबाव में चल रहा था. फिर उसने गलत कदम उठा लिया और जमील ने अपने जीवनलीला का अंत कर लिया. सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और कार्रवाई में लग गई.
रिपोर्ट : कुमार कौशिक
रिपोर्ट : कुमार कौशिक