रोजगार मेला के नाम पर राजनीति चुनावी मंच के रूप में सरकारी आयोजन का इस्तेमाल

रोजगार मेला के नाम पर राजनीति चुनावी मंच के रूप में  सरकारी आयोजन का इस्तेमाल

राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने कहा कि बिहार की महागठबंधन सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर बिहार के युवाओं को दी जा रही नौकरी का हीं असर है कि केन्द्र की भाजपा सरकार मजबूरन  रोजगार मेले का आयोजन करने को बाध्य हो गई है। पर प्रधानमंत्री जी द्वारा इस सरकारी आयोजन का इस्तेमाल चुनावी मंच के रूप में किया जाना घोर आपत्तिजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है।  इसके साथ हीं इस अवसर पर वैसे मामले के आधार पर जो अभी न्यायिक प्रक्रिया के अधीन है और जिस पर अभी सीबीआई की जांच हीं चल रही है विपक्ष के नेताओं को आरोपित करना तो और भी ज्यादा आपत्तिजनक और प्रधानमंत्री पद की गरिमा के खिलाफ है। इसका मकसद सीधे तौर पर जांच प्रक्रिया को प्रभावित करना है। इससे तो यह भी प्रमाणित हो गया कि विपक्षी नेताओं को बदनाम करने के लिए केन्द्र सरकार सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है। राजद प्रवक्ता ने कहा कि विपक्षी दलों की एकता और कर्नाटक में मिली शर्मनाक हार से डरी हुई भाजपा के नेता बौखलाहट में पद की गरिमा को भी भूल गए हैं। उन्हें यह भी होश नहीं रहता कि वे क्या बोल रहे हैं और कहां बोल रहे हैं।


    
राजद प्रवक्ता ने कहा कि बिहार के महागठबंधन सरकार की प्राथमिक एजेंडा में बेरोजगारी है और रहेगा। अभी मात्र नौ महीने के शासन काल में हीं दो लाख से ज्यादा नौजवानों को नौकरी दी जा चुकी है और दो लाख नौजवानों को नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यह भी  बिहार के महागठबंधन सरकार की एक ऐतिहासिक उपलब्धि है कि मात्र दो हफ्ते में हीं दो लाख नौजवानों को नौकरी देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अगले कुछ दिनों में वादे के अनुसार दस लाख नौजवानों को नौकरी देने का लक्ष्य भी पुरा कर लिया जाएगा। लाखों पद सृजित किए जा रहे हैं और विभिन्न विभागों में रिक्तियों के आंकड़े एकत्र किए जा रहे हैं। इस दिशा में हमारे मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी और उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी काफी गंभीर हैं और स्वयं पहल भी कर रहे हैं। यह महागठबंधन सरकार की बड़ी उपलब्धि है कि आज करोड़ों रिक्तियां चुराने‌ वाली भाजपा को भी बेरोजगारों की याद आने लगी है।

 

 राजद प्रवक्ता ने भाजपा से जानना चाहा है कि प्रतिवर्ष दो करोड़ नौजवानों को नौकरी देने, पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान 19 लाख नौजवानों को नौकरी देने के साथ हीं पिछले दिनों मा. प्रधानमंत्री जी द्वारा 18 महिनें में 10 लाख नौजवानों को नौकरी देने के वादे का क्या हुआ। राजद प्रवक्ता ने कहा कि जब से केंद्र में भाजपा की सरकार बनी है केन्द्रीय सेवाओं में रिक्तियों की संख्या बढ़ती जा रही है। आज केन्द्र की भाजपा सरकार एक करोड़ से ज्यादा रिक्तियां चुरा कर बैठी हुई है। पिछले आठ सालों में मात्र 7. 22 लाख नौकरी दी गई। जबकि 22.05 करोड़ लोगों ने नौकरी के लिए आवेदन किया था। जबकि इस आठ साल में सार्वजनिक उपक्रमों सहित केन्द्र सरकार के मातहत विभागों में 90 लाख से ज्यादा पद रिक्त हुए हैं। जबसे केन्द्र में भाजपा की‌ सरकार बनी है नौकरी देने की संख्या में क्रमिक रूप से कमी आती गई। 2014-15 में जहां 1 लाख 30,423 को नौकरी दी गई। वहीं 2015-16 में 1लाख 11807 ; 2016-17 में 1लाख 1333 ; 2017-18 में घटकर 76147 और 2018-19 में मात्र 38100 लोगों को नौकरी दी गई। चुंकि 2019 में लोकसभा का चुनाव था इसलिए वर्ष  2019-20 में 1लाख 47,096 लोगों को नौकरी दी गई थी। गत वित्तीय वर्ष 2021-22 में फिर नौकरी पाने वालों ‌की संख्या घटकर 38,850 हो गई।

 
     राजद प्रवक्ता ने कहा कि आज की तारीख में रेलवे में 3 लाख , डिफेंस में 2.75 लाख , गृह विभाग में 1.40 लाख , डाक विभाग में 90,000 , राजस्व विभाग में 80,000 के साथ हीं अखिल भारतीय स्तर पर 2019-20 में 60 लाख से ज्यादा पद रिक्त थे जिसे आज की तारीख में एक करोड़ पहुंचने का अनुमान है। सार्वजनिक उपक्रमों को जोड़ देने पर रिक्तियों की संख्या लगभग दो करोड़ से ज्यादा हो जाएगी। सबसे ज्यादा नियोजन करने वाली रेलवे और डिफेंस में अघोषित रूप से नई बहाली पर रोक लगा दी गई है।


       राजद प्रवक्ता ने बताया कि पिछले वर्ष 14 जून को मा. प्रधानमंत्री जी द्वारा घोषणा की गई थी कि अगले 18 महिनें में 10 लाख नौकरी देंगे।‌ इस घोषणा के आज एक साल हो गए, घोषणा के अनुसार अबतक 6 लाख 66 हजार नौजवानों को नौकरी मिल जानी चाहिए थी पर अभी तक यह आंकड़ा 2 लाख  भी नहीं पहुंचा है । इस संबंध में भी फर्जी आंकड़े जारी किए गए हैं। यदि हिम्मत है तो राज्यवार और विभागवार आंकड़ा जारी करे।  राजद प्रवक्ता ने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार करोड़ों रिक्तियां चुरा कर रखे हुए है और लाखों नौजवानों की उम्र सीमा समाप्त होते जा रहा है ‌आखिर इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। इसके मौके पर  पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता मृत्यंजय तिवारी, एजाज अहमद, सारिका पासवान, उर्मिला ठाकुर, प्रदेश महासचिव प्रमोद राम, निर्भय अम्बेडकर और देवकिशुन ठाकुर उपस्थित थे।

रिपोर्ट : कमलेश कुमार