इस प्रेम को क्या नाम दे, बुआ और भतीजी ने किया समलैंगिक विवाह
DESK : प्रेम एक ऐसा शब्द है, जिसे सुनकर ही सुखद आनंद मिलता है. प्रेम किसी से भी कहीं भी हो सकता है. आप प्रेम को कई परिभाषा से जान सकते है. प्रेम मां बेटे का, प्रेम भाई बहन का, प्रेम पिता और बेटा और बेटी का, प्रेम भाई से भाई का, प्रेम भाई बहन की, प्रेम रिश्तेदारों से, प्रेम जानवरों से, प्रेम देश से, प्रेम हर उस चीज से जो आपको सुखद आनंद देता है उससे हो सकती है और यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है. यह सहज चीज है. जो हर इंसान इसे महसूस करता है. लेकिन आश्चर्य तब होता है. जब यह प्रेम को लोग गलत परिभाषित करते हैं. खैर वह भी एक प्रेम है. लेकिन कई बार कुछ सुखद चीज भी कई घरों को बर्बाद कर देता है. आप अपने स्वार्थ में इतने डूब जाते हैं की आपको दूसरे के कष्ट के बारे में नहीं पता होता है.
भारत भी बढ़ रहा है. यहां भी पश्चिमी सभ्यता हावी होती हुई दिख रही है. क्योंकि पश्चिमी सभ्यता में समलैंगिकता को जायज माना गया है. खैर भारत में भी इसे अब जायज माना जा रहा है. लेकिन हमारा समाज अभी इस प्रेम को स्वीकार नहीं करता है. खास करके बिहार जैसे राज्य में. जी हां बिहार के लखीसराय से एक समलैंगिक विवाह का खबर सामने आयी है. जिसे जानकर आप सभी हैरान हो जाएंगे. यहां प्यार में सारे रिश्ते नाते को ताक पर रखकर एक समलैंगिक विवाह किया गया है. वह भी एक बुआ और भतीजी के बीच में. जी हां, आपने सही सुना यह समलैंगिक विवाह एक बुआ और भतीजी ने किया है. आपको बता दे, यह बुआ और भतीजी पिछले 3 महीने पहले घर छोड़कर फरार हो गए थे और जब पुलिस की दबिश बढ़ी तो ये दोनों थाने हाजिर हुये.
बताया जा रहा है कि, बुआ सूयर्गढ़ा थाना क्षेत्र के धनारी की रहने वाली है, जबकि उसकी भतीजी यानी मौसेरे भाई की बेटी कबैया थाना क्षेत्र के बाजार समिति की रहने वाली है. दोनों गत 18 जून को धनारी गांव से ही फरार हो गई थी. इसके बाद दोनों दिल्ली चली गई. वहां दोनों ने समलैंगिक विवाह कर लिया, उस वक्त स्थानीय थाना में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था. इसके बाद सूर्यगढ़ा पुलिस लगातार खोजबीन में लगी थी. आपको बताते चलें कि, पुलिस की दबिश के कारण दोनों शुक्रवार को वापस लौटीं. इसके बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया. दोनों ने 161 के बयान में एक दूसरे से शादी कर लेने की बात कही.
REPORT – KUMAR DEVANSHU