DA में 5% बढ़ोतरी, शहीद परिवार को नौकरी—बिहार कैबिनेट की बड़ी घोषणाएं
बिहार की नई एनडीए सरकार की मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में कुल 19 महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई।बैठक में राज्य के लाखों कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को बड़ी राहत देते हुए महंगाई भत्ते (DA) में 5% वृद्धि का निर्णय लिया गया है। अब 1 जुलाई 2025 से सरकारी सेवकों को 252% की जगह 257% डीए प्राप्त होगा।इसके साथ ही प्रशासनिक सेवाओं को और प्रभावी बनाने के लिए राज्य में तीन....
बिहार की नई एनडीए सरकार की मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में कुल 19 महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई।बैठक में राज्य के लाखों कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को बड़ी राहत देते हुए महंगाई भत्ते (DA) में 5% वृद्धि का निर्णय लिया गया है। अब 1 जुलाई 2025 से सरकारी सेवकों को 252% की जगह 257% डीए प्राप्त होगा।इसके साथ ही प्रशासनिक सेवाओं को और प्रभावी बनाने के लिए राज्य में तीन नए विभागों के गठन को भी मंजूरी प्रदान की गई है यानि बिहार सरकार में अब 45 विभागों के अतिरिक्त तीन नए विभाग होंगे।यह कदम सुशासन और कार्यकुशलता बढ़ाने की दिशा में बड़ा परिवर्तन माना जा रहा है।
शहीद मोहम्मद इम्तियाज के परिवार को सरकारी नौकरी
कैबिनेट बैठक में एक और महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शहीद हुए बिहार के वीर जवान मोहम्मद इम्तियाज के आश्रित को सरकारी नौकरी देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद कई आतंकी ठिकानों को तबाह किया था। इस अभियान में भारत ने 6 पाकिस्तानी एयरक्राफ्ट मार गिराए थे, जबकि कई भारतीय जवान भी वीरगति को प्राप्त हुए थे। इन्हीं में बिहार के सारण जिले के गरखा प्रखंड के नारायणपुर निवासी सब इंस्पेक्टर (BSF) मोहम्मद इम्तियाज भी शामिल थे।
बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे
शहीद मोहम्मद इम्तियाज सारण जिला के गरखा प्रखंड के नारायणपुर गांव के रहने वाले थे और बीएसएफ में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। बिहार के लाल के शहीद होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके गांव पहुंचे थे और उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। तब मुख्यमंत्री ने शहीद के परिजन को 50 लाख रूपये सम्मान राशि का चेक सौंपा था।इस दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि की राज्य सरकार की तरफ से शहीद मोहम्मद इम्तियाज के पुत्र को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी दी जायेगी। सरकार ने शहीद के बेटे को नौकरी देने के अपने उस वादे को पूरा कर दिखाया है।













