बिहार चुनाव में भाइयों की जंग! तेज प्रताप का तेजस्वी पर तंज, झुनझुना बयान से मचा बवाल
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले सियासी पारा उबाल पर है। एक ओर पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महिलाओं और युवाओं के लिए कई बड़ी घोषणाएं कीं, वहीं दूसरी ओर उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव के बयान ने राजनीति में नया तूफ़ान खड़ा कर दिया।पत्रकारों ने जब तेज प्रताप से पूछा कि तेजस्वी आपके खिलाफ प्रचार कर रहे हैं, तो ...
                                बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले सियासी पारा उबाल पर है। एक ओर पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महिलाओं और युवाओं के लिए कई बड़ी घोषणाएं कीं, वहीं दूसरी ओर उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव के बयान ने राजनीति में नया तूफ़ान खड़ा कर दिया।पत्रकारों ने जब तेज प्रताप से पूछा कि तेजस्वी आपके खिलाफ प्रचार कर रहे हैं, तो उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा करने दीजिए... अभी बच्चा है वो, चुनाव के बाद उसे झुनझुना पकड़ाएंगे।इस एक लाइन ने मानो सियासी गलियारों में विस्फोट कर दिया। यादव परिवार की ‘भीतरी जंग’ अब खुले मंच पर आ चुकी है। सोशल मीडिया से लेकर राजनीतिक गलियारों तक, हर जगह सिर्फ एक ही चर्चा क्या यादव परिवार अब सचमुच दो फाड़ में बंट गया है?
अब फिर जाऊंगा राघोपुर
गौरतलब हो कि तेज प्रताप ने अपने चुनाव क्षेत्र महुआ में सोमवार को कहा था कि वे राघोपुर भी जाएंगे और वहां अपने प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार करेंगे। इस पर उन्होंने आज फिर कहा, “तेजस्वी मेरे क्षेत्र में प्रचार करने आए थे, मैंने भी उनके क्षेत्र में जाकर प्रचार किया। अब फिर जाऊंगा राघोपुर। जीत को लेकर मुझे पूरा भरोसा है। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा हाल ही में दिए गए उस बयान पर, जिसमें उन्होंने लालू परिवार को “एक कंपनी” बताया था, तेज प्रताप ने संयमित प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “कोई भी कुछ भी बोल सकता है, लेकिन वाणी को हमेशा संयम में रखना चाहिए।” तेज प्रताप ने कहा कि वे चुनाव को मुद्दों पर लड़ रहे हैं और जनता का समर्थन उनके साथ है। उन्होंने दावा किया कि “महुआ से इस बार हम रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज करेंगे।”
हरा झंडा वाली राजद फर्जी है
बता दें कि लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों- तेजस्वी और तेज प्रताप के बीच मतभेद किसी से छिपे नहीं हैं।तेज प्रताप पहले ही कह चुके हैं कि “हरा झंडा वाली राजद फर्जी है।”उन्होंने अपनी नई पार्टी जनशक्ति जनता दल (JJD) बनाकर बिहार की सियासत में नया अध्याय खोल दिया है।उनका मकसद साफ है — अपने पिता लालू प्रसाद यादव की राजनीतिक विरासत पर अपनी अलग पहचान बनाना।जहां तेजस्वी यादव “माई बहिन योजना” और “पुरानी पेंशन स्कीम” जैसे वादों से जनता का दिल जीतने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं तेज प्रताप अपनी भावनात्मक अपील और बागी तेवर से सुर्खियां बटोर रहे हैं।            
पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को है
पहले चरण के प्रचार के आखिरी दिन, यादव परिवार की यह सियासी खींचतान महागठबंधन के भीतर भी बेचैनी बढ़ा रही है।अब सबकी निगाहें राघोपुर और महुआ पर टिकी हैं।अब देखना दिलचस्प होगा कि  क्या जनता तेजस्वी को लालू का असली उत्तराधिकारी मानेगी या तेज प्रताप को परिवार का बागी योद्धा?पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को है, और उससे पहले ही बिहार की सियासत एक पारिवारिक रणभूमि में तब्दील हो चुकी है।                        








                    
                
                    
                
                    
                
                    
                
                    
                
                    
                
                    
                




