CM नीतीश की सुरक्षा में बड़ी चूक!,Z+ सुरक्षा के बीच मुख्यमंत्री के पास पहुंचा अज्ञात व्यक्ति, अचंभित रह गए मुख्यमंत्री
पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक सामने आई है। यह घटना उस समय हुई जब मुख्यमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे। अचानक एक अज्ञात व्यक्ति सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए मुख्यमंत्री के बेहद करीब पहुँच गया।सूत्रों के अनुसार, उस व्यक्ति के हाथ में पीला कागज था और वह सीधे मुख्यमंत्री की ओर बढ़ रहा था। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम से मुख्यमंत्री भी कुछ देर के लिए आश्चर्यचकित रह गए। हालांकि, तत्पर........

पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा व्यवस्था में गंभीर चूक सामने आई है। यह घटना उस समय हुई जब मुख्यमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद सीढ़ियों से नीचे उतर रहे थे। अचानक एक अज्ञात व्यक्ति सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए मुख्यमंत्री के बेहद करीब पहुँच गया।सूत्रों के अनुसार, उस व्यक्ति के हाथ में पीला कागज था और वह सीधे मुख्यमंत्री की ओर बढ़ रहा था। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम से मुख्यमंत्री भी कुछ देर के लिए आश्चर्यचकित रह गए। हालांकि, तत्पर सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत सक्रियता दिखाई और व्यक्ति को पकड़कर मुख्यमंत्री से दूर कर दिया।
सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल
इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों और स्थानीय पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ‘जेड-प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त हैं, ऐसे में यह सवाल उठता है कि कोई सामान्य नागरिक इतनी आसानी से उनके पास कैसे पहुँच गया।कार्यक्रम स्थल पर पहले से कड़ी सुरक्षा तैनात थी, जिसमें पुलिसकर्मी और सादी वर्दी में सुरक्षाकर्मी शामिल थे। बावजूद इसके, व्यक्ति का मुख्यमंत्री के इतने करीब पहुँच जाना सुरक्षा व्यवस्था में किसी बड़े तालमेल की कमी को दर्शाता है।
पकड़े गए व्यक्ति से पूछताछ जारी
राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में इस घटना को लेकर चर्चा तेज है। वरिष्ठ अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा में हुई इस चूक की आंतरिक जांच के आदेश दिए हैं। जांच का मुख्य फोकस सुरक्षा प्रोटोकॉल के उल्लंघन और संबंधित सुरक्षाकर्मियों की तैनाती में खामियों की पहचान करना होगा।फिलहाल पकड़े गए व्यक्ति से पूछताछ जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह कौन है और उसके पीछे क्या उद्देश्य था। यह घटना वीआईपी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े करती है, खासकर तब जब बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियाँ जोरों पर हैं।