तेजस्वी यादव की यात्रा में AIMIM का प्रदर्शन,सिक्योरिटी ने कार्यकर्ताओं को पीटा? मुस्लिम वोटरों को ठगने का आरोप

दरभंगा के बिरौल क्षेत्र में शुक्रवार शाम को सियासी नजारा देखने को मिला। सहरसा से समस्तीपुर के रोसड़ा की ओर बढ़ रही बिहार अधिकार यात्रा बिरौल पहुंची, जहां AIMIM कार्यकर्ताओं और तेजस्वी यादव के सुरक्षा दल के बीच झड़प हुई। घटना ने न केवल सड़क जाम किया बल्कि गठबंधन राजनीति में नई बहस को जन्म........

तेजस्वी यादव की यात्रा में AIMIM का प्रदर्शन,सिक्योरिटी ने कार्यकर्ताओं को पीटा? मुस्लिम वोटरों को ठगने का आरोप

दरभंगा के बिरौल क्षेत्र में शुक्रवार शाम को सियासी नजारा देखने को मिला। सहरसा से समस्तीपुर के रोसड़ा की ओर बढ़ रही बिहार अधिकार यात्रा बिरौल पहुंची, जहां AIMIM कार्यकर्ताओं और तेजस्वी यादव के सुरक्षा दल के बीच झड़प हुई। घटना ने न केवल सड़क जाम किया बल्कि गठबंधन राजनीति में नई बहस को जन्म दिया।

गठबंधन की मांग और हिंसा
मिली जानकारी के मुताबिक एआईएमआईएम नेता अख्तर शहंशाह के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने तेजस्वी यादव की गाड़ी के सामने प्रदर्शन किया और गठबंधन में शामिल करने की मांग उठाई। आरोप है कि सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें हटाने की कोशिश में लाठी-डंडों से पिटाई की, जिससे अख्तर शहंशाह गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH) में भर्ती कराया गया।गुस्साए AIMIM कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर दिया और तेजस्वी के बैनर-पोस्टर फाड़ दिए। 

इलाके में आवागमन प्रभावित
स्थानीय पुलिस ने तुरंत स्थिति नियंत्रण में लाने की कोशिश की। इस घटना के कारण इलाके में आवागमन प्रभावित हुआ और स्थानीय लोग घंटों फंसे रहे। घटना बिरौल-गंडोल मुख्य सड़क कोटीपुल के पास हुई। स्थानीय थाना प्रभारी ने बताया कि स्थिति नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। घायल अख्तर शहंशाह का DMCH में इलाज चल रहा है, और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। पुलिस ने FIR दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू की है, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई। बता दें कि इस घटना ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले गठबंधन की राजनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 

तेजस्वी पर मुस्लिम वोटरों को ठगने का आरोप 
वहीं AIMIM ने तेजस्वी पर मुस्लिम वोटरों को ठगने का आरोप लगाया, जबकि RJD समर्थकों ने इसे राजनीतिक साजिश बताया। सोशल मीडिया पर दोनों पक्षों के समर्थक आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं। वहीं बिरौल झड़प ने साफ कर दिया कि बिहार में चुनावी मौसम में गठबंधन और राजनीतिक आकांक्षाएं किस हद तक तनाव पैदा कर सकती हैं। यह घटना तेजस्वी यादव के लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर सकती है, खासकर मुस्लिम वोट बैंक और गठबंधन सहयोगियों के बीच संतुलन बनाए रखने के संदर्भ में।