पवन सिंह पर भाजपा की बड़ी रणनीति! मनोज तिवारी का खुलासा -विधानसभा नहीं...सांसद बनना चाहते हैं
बिहार की सियासत में भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह एक बार फिर चर्चा के केंद्र में हैं। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उनके चुनाव न लड़ने के फैसले ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी...
बिहार की सियासत में भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह एक बार फिर चर्चा के केंद्र में हैं। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उनके चुनाव न लड़ने के फैसले ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। इसी बीच भाजपा सांसद और भोजपुरी अभिनेता मनोज तिवारी ने पवन सिंह को लेकर बड़ा खुलासा किया है।
पवन सिंह की इच्छा विधायक बनने की नहीं
मनोज तिवारी ने मीडिया से कहा कि “पवन सिंह की इच्छा विधायक बनने की नहीं, बल्कि सांसद बनने की है। वे लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं और पार्टी भविष्य में उन्हें सही समय और सही सीट से मौका देगी।” उन्होंने यह भी बताया कि 2024 लोकसभा चुनाव में आसनसोल सीट से पवन सिंह को टिकट दिलाने में उनकी ही भूमिका थी
आसनसोल से टिकट ठुकराया
2024 में भाजपा ने पवन सिंह को पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन उन्होंने अचानक पार्टी से नाराज़गी जताते हुए टिकट ठुकरा दिया और बिहार की काराकाट सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा। हालांकि, उन्हें हार का सामना करना पड़ा और इसके बाद भाजपा ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था।अब विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने पवन सिंह की घर वापसी करवाई है, जिससे उनके भविष्य को लेकर नई अटकलें तेज़ हो गई हैं।
भाजपा की रणनीति:
भाजपा सूत्रों के मुताबिक, पार्टी ने फिलहाल पवन सिंह को विधानसभा चुनाव की टिकट सूची में शामिल नहीं किया है। इसके पीछे मंशा यह बताई जा रही है कि भाजपा उन्हें भविष्य के लोकसभा समीकरणों के लिए तैयार कर रही है।साथ ही, भाजपा नेतृत्व की पहल पर पवन सिंह और आरएलएम प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा के बीच मतभेद भी सुलझा लिए गए हैं।
पार्टी उन्हें बड़ा चेहरा बनाना चाहती है।
सूत्रों कि माने तो पार्टी के अंदर यह भी चर्चा है कि भाजपा पवन सिंह को उनकी लोकप्रियता के दम पर राज्यसभा सदस्य या विधान परिषद बना सकती है। वहीं भोजपुरी बेल्ट में पवन सिंह की पकड़ और जनसंपर्क को देखते हुए पार्टी उन्हें बड़ा चेहरा बनाना चाहती है।फिलहाल, भाजपा ने पवन सिंह को विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक की सूची में शामिल किया है।













