बिहार चुनाव: पटना में जश्न का माहौल!, "जेल का फाटक टूटेगा, मेरा शेर छूटेगा" गूंजा

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आज घोषित होने वाले हैं। सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू होते ही राज्यभर में सियासी तापमान चढ़ गया है। मोकामा विधानसभा सीट इस बार खास चर्चा में है, जहां दो बाहुबली नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।यहां जदयू प्रत्याशी और पूर्व विधायक अनंत सिंह, जो फिलहाल जेल में हैं, का मुकाबला राजद प्रत्याशी वीणा देवी (पूर्व सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी) से है। दोनों ही उम्मीदवारों के समर्थक....

बिहार चुनाव: पटना में जश्न का माहौल!, "जेल का फाटक टूटेगा, मेरा शेर छूटेगा" गूंजा

बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे आज घोषित होने वाले हैं। सुबह 8 बजे से वोटों की गिनती शुरू होते ही राज्यभर में सियासी तापमान चढ़ गया है। मोकामा विधानसभा सीट इस बार खास चर्चा में है, जहां दो बाहुबली नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।यहां जदयू प्रत्याशी और पूर्व विधायक अनंत सिंह, जो फिलहाल जेल में हैं, का मुकाबला राजद प्रत्याशी वीणा देवी (पूर्व सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी) से है। दोनों ही उम्मीदवारों के समर्थक अपनी-अपनी जीत को लेकर पूरी तरह आश्वस्त दिख रहे हैं और पटना में बड़े स्तर पर जश्न की तैयारियां की जा रही हैं।

अनंत सिंह के कैंप में भारी उत्साह
जेल में होने के बावजूद अनंत सिंह के समर्थकों में रत्ती भर भी कमी नहीं दिख रही। उनके पटना स्थित माल रोड वाले आवास पर सुबह से ही भारी भीड़ उमड़ी है। यहां एक बड़ी LED स्क्रीन लगाई गई है, जिस पर लगातार काउंटिंग अपडेट देखे जा रहे हैं।बाहर एक बड़ा पोस्टर भी लगाया गया है, जिस पर लिखा है—“जेल का फाटक टूटेगा, मेरे शेर छूटेगा।”अनंत सिंह के समर्थक पिछले एक हफ्ते से जश्न की तैयारियों में जुटे हैं। वहीं, उनके पैतृक गांव नदमा और कारगिल मार्केट में सन्नाटा है, क्योंकि अधिकांश समर्थक पटना पहुंच चुके हैं।

वीणा देवी के आवास पर भी तैयारियां
दूसरी ओर, राजद प्रत्याशी वीणा देवी भी अपनी जीत का दावा कर रही हैं।पटना के डाकबंगला चौराहा स्थित उनके कौशल्या स्टेट आवास पर पंडाल लगाया गया है और समर्थकों के लिए भोज का इंतजाम किया गया है। हालांकि सुबह के समय यहां अपेक्षाकृत शांति देखी गई। बताया जाता है कि वीणा देवी किसी कार्यक्रम के लिए बाहर गई हुई हैं। जानकारी के लिए बता दें कि मोकामा सीट भूमिहार बहुल इलाका माना जाता है।यहां अनंत सिंह की ‘रॉबिनहुड’ वाली छवि काफी लोकप्रिय है और वे सभी जातियों में अच्छी पकड़ रखते हैं। दुलारचंद यादव की हत्या के बाद यह सीट और भी चर्चा में आ गई थी। इस मामले में अनंत सिंह वर्तमान में जेल में हैं, बावजूद इसके भूमिहार वोटरों का बड़ा हिस्सा उनके साथ एकजुट बताया जा रहा है।अगर वीणा देवी को पिछड़ी जातियों के साथ-साथ भूमिहारों का भी कुछ हिस्सा मिल जाता है, तो मुकाबला बेहद कड़ा हो सकता है।