सीएम नीतीश ने 6837 इंजीनियरों को दिया नियुक्ति पत्र, अबतक 9 लाख से अधिक सरकारी नौकरी देने का किया दावा

सीएम नीतीश ने 6837 इंजीनियरों को दिया नियुक्ति पत्र, अबतक 9 लाख से अधिक सरकारी नौकरी देने का किया दावा

PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 6837 इंजीनियरों को नियुक्त पत्र सौंपा. सरकार का दवा की अब तक 9 लाख से अधिक सरकारी नौकरी दे चुके हैं और अपने लक्ष्य 12 लाख नौकरी के वादा को पूरा करने के लिए अग्रसर है. आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के संवाद कक्ष में आयोजित एक कार्यक्रम में 6,341 जूनियर इंजीनियर और 496 इंस्ट्रक्टर को नियुक्ति पत्र सौंपा. 

इस अवसर पर दोनों उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा के साथ कई मंत्री भी उपस्थित थे. इन जूनियर इंजीनियरों का चयन बिहार तकनीकी सेवा आयोग द्वारा विज्ञापन संख्या 01/2019 के अंतर्गत किया गया है. जल संसाधन विभाग को आवंटित 2,338 अभ्यर्थियों की काउंसलिंग और सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया विभाग द्वारा 14 से 19 जनवरी 2025 तक सफलतापूर्वक संपन्न हुई थी. इसके अलावा, अभ्यर्थियों की काउंसलिंग और सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया विभाग द्वारा 24 जनवरी 2025 को भी संपन्न की गई थी.

कार्यक्रम के बाद डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार लगातार युवाओं को रोजगार दे रही है. 12 लाख सरकारी नौकरी देने के लक्ष्य में 9 लाख 13 हजार नौकरी दी जा चुकी है. 2005 से 2020 तक कुल 7 लाख 50 हजार लोगों को नौकरी दी जा चुकी थी. नीतीश कुमार जो कहते हैं वह कर रहे हैं. लालू प्रसाद के परिवार को अपनी उपलब्धि गिनानी चाहिए. नीतीश कुमार की उपलब्धि पर क्या बात कर रहे हैं. नौकरी देने का क्रेडिट नीतीश कुमार का है लालू परिवार ना ले.

वहीं, बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि नियुक्ति पत्र वितरण समारोह बढ़ता बिहार विकसित बिहार का उदाहरण है. RJD के कई नेता मंत्री थे और तेजस्वी यादव खुद पथ निर्माण मंत्री रहे, विभाग में एक भी नियुक्ति पत्र नहीं दिया था. एनडीए सरकार की गारंटी है युवाओं को रोजगार देना. तेजस्वी यादव 15 साल के पिता के शासनकाल की उपलब्धि को लेकर चुनाव में जाएं. नीतीश कुमार के नौकरी देने की उपलब्धि को अपना बताकर चुनाव में क्यों जा रहे हैं. तेजस्वी का ना तो विजन है ना कोई मिशन है. एक ही मिशन है भ्रष्टाचार को बढ़ाना और खुद आगे बढ़ाना.

REPORT - KUMAR DEVANSHU