टिकट बंटवारे और संगठन की अनदेखी से नाराज अजय मंडल ने नीतीश कुमार को भेजा इस्तीफा, बोले- सीएम से मुझे मिलने नहीं दिया गया
जनता दल यूनाइटेड (JDU) के भागलपुर से सांसद अजय मंडल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर अपने पद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि आगामी विधानसभा चुनावों में टिकट बंटवारे को लेकर न तो उनकी राय ली गई और न ही उन्हें कोई महत्व दिया गया।अजय मंडल ने अपने पत्र में लिखा है, "2019 में जिन सीटों पर मैंने प्रत्याशी सुझाए थे, वहां पार्टी को जीत मिली थी। आज जब पार्टी के कुछ लोग मेरे ही लोकसभा में टिकट बांटने का काम कर रहे हैं और संगठन की अनदेखी कर ....

जनता दल यूनाइटेड (JDU) के भागलपुर से सांसद अजय मंडल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर अपने पद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि आगामी विधानसभा चुनावों में टिकट बंटवारे को लेकर न तो उनकी राय ली गई और न ही उन्हें कोई महत्व दिया गया।अजय मंडल ने अपने पत्र में लिखा है, "2019 में जिन सीटों पर मैंने प्रत्याशी सुझाए थे, वहां पार्टी को जीत मिली थी। आज जब पार्टी के कुछ लोग मेरे ही लोकसभा में टिकट बांटने का काम कर रहे हैं और संगठन की अनदेखी कर रहे हैं, तब ये स्थिति दुखद है। मुझे आपसे मिलने तक नहीं दिया जा रहा है, न ही मेरी राय सुनी जा रही है।
"राजनीति में 25 वर्षों का अनुभव, लेकिन अनदेखी हो रही है"
सांसद अजय मंडल ने कहा पिछले 20-25 वर्षों से राजनीति में सक्रिय हैं और पूरी निष्ठा से JDU के लिए काम करते आ रहे हैं। उन्होंने 2019 में पहली बार भागलपुर से लोकसभा चुनाव जीता था और तब पार्टी ने उन्हें पूरा समर्थन दिया था लेकिन अब उन्हें लग रहा है कि पार्टी में उनके साथ उचित व्यवहार नहीं किया जा रहा है। मंडल ने उन्होंने कहा कि"विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपनी ओर से पूर्ण निष्ठा के साथ पार्टी के प्रत्याशियों के लिए काम किया लेकिन अब स्थानीय संगठन और जिला नेतृत्व द्वारा उनकी अनदेखी की जा रही है। जिन लोगों ने पार्टी के लिए कोई कार्य नहीं किया, उन्हें टिकट दिया जा रहा है। जो लोग वर्षों से समर्पित रहे, उन्हें दरकिनार कर दिया गया है।टिकट बंटवारे में जिस तरह से पक्षपात और मनमानी हो रहा है, उससे कार्यकर्ताओं में भी असंतोष है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व भविष्य में कमजोर हो जाएंगे। ऐसे में मैं लोकसभा सदस्य पद से त्यागपत्र देने की अनुमति चाहता हूं।"
मुख्यमंत्री से त्यागपत्र पर विचार करने की अपील
पत्र के अंत में सांसद अजय मंडल ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे उनके त्यागपत्र पर विचार करें और इस्तीफा देने की अनुमति प्रदान करें। साथ ही उन्होंने यह भी मांग की कि वफादार और मेहनती कार्यकर्ताओं के साथ न्याय किया जाए।अजय मंडल के इस पत्र के सामने आने के बाद भागलपुर और जेडीयू संगठन में खलबली मच गई है। माना जा रहा है कि यह कदम पार्टी के अंदर चल रही गुटबाजी, मनमानी और टिकट वितरण में नाराजगी का परिणाम है।हालांकि उन्होंने अभी औपचारिक रूप से लोकसभा से इस्तीफा नहीं दिया है, लेकिन यह पत्र आने वाले दिनों में बिहार की राजनीति में बड़ा मोड़ ला सकता है।