गोपालगंज बलथरी चेकपोस्ट बना घूसखोरों का अड्डा, 200 से 1500 दे और बिना परमिट के दूसरे राज्य ले जाये गाड़ियां 

गोपालगंज बलथरी चेकपोस्ट बना घूसखोरों का अड्डा, 200 से 1500 दे और बिना परमिट के दूसरे राज्य ले जाये गाड़ियां 

GOPALGANJ : देसवा ट्रांसपोर्ट के पास एक ऐसा वीडियो सामने आया है. जहां जिसमे भेड़-बकरियों की तरह ठूसकर बसों में लोगों को भरकर बिहार से दूसरे राज्य ले जाया जा रहा है. वीडियो में साफ दिख रहा है कि, कैसे एक सीट पर 4-4 लोगों को बैठक बस में सफर कराया जा रहा है. आपको बता दे, अभी हाल में ही उन्नाव में एक बस एक्सीडेंट हुआ था. जिसमें करीब 17 बिहार के लोगों की मौत हुई थी. जिसमें एक ही परिवार के 6 लोगों ने जान गवई थी. इस हादसे से भी विभाग के लोग सबक नहीं ले रहे हैं और अभी भी बिहार के गोपालगंज बलथरी चेकपोस्ट से ऐसे बसों में लोगों को ठूसकर ले जाया जा रहा है.

        

जो वीडियो सामने आया है, उसमें बस का नंबर UP17 AT4932 है. जो कि बिहार से उत्तर प्रदेश जा रही है और गोपालगंज बलथरी चेकपोस्ट से गुजर रही है. आपको बता दे, जब हम इस गाड़ी के बारे में जानने की कोशिश M परिवहन पर हमलोग ने किया तो पता चला कि, इसका रजिस्ट्रेशन 20 मार्च 2018 का किया हुआ है. फिटनेस वैलिड अप टू 4 जुलाई 2025 टैक्स वैलिड अप टू 31 मार्च 2024 इंश्योरेंस वैलिड अप टू 8 जनवरी 2025 पक वैलिड अपडेट 31 अक्टूबर 2024 परमिट वैलिड अप टू 25 मार्च 2023. यह साफ जाहिर हुआ कि, इस गाड़ी का पहले तो टैक्स वैलिड फेल है और इसका परमिट भी फेल है फिर भी इसको बलथरी चेकपोस्ट से बहुत ही आसानी से बिहार से उत्तर प्रदेश जाने के लिए छोड़ दिया गया.

 

आपको बता दे, चेकपोस्ट पर सबका रेट फिक्स है. यह हमें सूत्र बता रहे हैं कि, वहां जो सीसीटीवी ऑपरेट करते हैं. उनका फिक्स एक गाड़ी का 200 है. वहीं, परिवहन विभाग के लोगों का 1500 है और एक्साइज और पुलिस वालों का 400 पर गाड़ी फिक्स है. देसवा ट्रांसपोर्ट को यह भी सूत्रों ने बताया कि, बलथरी चेकपोस्ट से जो भी गाड़ी पास की जा रही है उसमें से 90% गाड़ियों का परमिट फेल है. सरकार के द्वारा S ड्राइव (स्पेशल ड्राइव) करके एक दिन का जांच किया गया, लेकिन इसमें कुछ भी सामने नहीं आया और ना ही बिहार सरकार के राजस्व में कोई फर्क पड़ा.

 

देसवा ट्रांसपोर्ट इस तरीके के अराजकता पर यह सवाल उठा रहा है कि, ऐसे गाड़ियों को पास करने से पहले तो टैक्स की चोरी हो रही है. जिससे राजस्व के नुकसान हो रहा है. वही, दूसरा इंसानों के जान से खेला जा रहा है और सबसे महत्वपूर्ण तीसरा एक्साइज डिपार्टमेंट भी ठीक-ठाक से वहां काम नहीं कर रही है, क्योंकि हो सकता है कि, इन वाहनों के द्वारा शराब तस्करी भी की जा रही होगी. ऐसे तमाम तरीके के सवाल हैं. जिसके जिसका जवाब देसवा ट्रांसपोर्ट विभाग से जानना चाहता है. देसवा ट्रांसपोर्ट उम्मीद करता है कि, इस खबर को देखने के बाद विभाग के लोग इस पर जांच करेंगे और दोषियों को सख्त से सख्त सज़ा देगें.

REPORT - DESWA NEWS