मार दिया होता तो शवयात्रा में एक लाख लोग आते, डिस्चार्ज होने के बाद मनीष कश्यप ने कहा-छेड़खानी के आधे केस झूठे होते हैं
PMCH में हुई मारपीट के बाद भाजपा नेता और बिहार के चर्चित यूट्यूबर मनीष कश्यप को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। सोमवार रात 9.30 बजे से गुरुवार शाम 5 बजे तक वे अस्पताल में एडमिट रहे। पटना के पीएमसीएच में पिछले दिनों हुई पिटाई के बाद मनीष कश्यप ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें मार दिया होता तो अच्छा होता...

PMCH में हुई मारपीट के बाद भाजपा नेता और बिहार के चर्चित यूट्यूबर मनीष कश्यप को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। सोमवार रात 9.30 बजे से गुरुवार शाम 5 बजे तक वे अस्पताल में एडमिट रहे। पटना के पीएमसीएच में पिछले दिनों हुई पिटाई के बाद मनीष कश्यप ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें मार दिया होता तो अच्छा होता, लेकिन उन्हें जलील किया गया। उन्हें जिंदा छोड़कर बहुत गलत किया गया। अब वह कफन बांधकर निकलेंगे।
शवयात्रा में एक लाख लोग आते
उन्होंने कहा मेरे साथ बहुत गलत हुआ। मार दिया होता तो शवयात्रा में एक लाख लोग आते। इन्होंने मारपीट की और वीडियो भी बनाया। वहीं मनीष कश्यप ने पीएमसीएच मारपीट कांड के बाद बीजेपी से इस्तीफा देने के भी संकेत दिए हैं। बतादें कि पीएमसीएच में बीते सोमवार को मनीष कश्यप एक मरीज को देखने पहुंचे थे। इस दौरान उनकी एक महिला डॉक्टर से बहस हो गई। बाद में वहां के डॉक्टरों ने मिलकर उनकी पिटाई कर दी। यूट्यूबर सह बीजेपी नेता को अस्पताल में बंधक बनाकर भी रखा। वहीं मनीष कश्यप ने कहा कि जान से मारने की नीयत से उनकी पिटाई की गई थी।
बिहार पुलिस पर भरोसा है-मनीष कश्यप
उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ता के सिंहासन पर बैठे लोग जब धृतराष्ट्र बन जाते हैं तो दुर्योधन का मनोबल बढ़ जाता है। बिहार पुलिस पर भरोसा है, वो नहीं होती तो मेरी जान नहीं बचती, मैं पहली बार पुलिस की प्रशंसा कर रहा हूं, लेकिन पुलिस भी किसी के अंडर में काम करती है। राज्य सरकार के आदेश पर काम करती है। वहीं मनीष कश्यप ने पीएमसीएच की महिला डॉक्टर से छेड़खानी की बात को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि पूरे बिहार में लोग जानते हैं कि कोई अगर गलती करता है तो महिला कार्ड खेल लेता है। छेड़खानी के आधे केस झूठे होते हैं।
बच्ची का इलाज मांगने पर किया हमला
उन्होंने कहा,मैं वहां एक 16 साल की नाबालिग का इलाज कराने गया था। बच्ची एक लाइलाज बीमारी से पीड़ित थी। तीन दिन से जांच के कारण उसका ट्रीटमेंट टाला जा रहा था। हमने बच्ची का इलाज मांगा तो वहां 100-200 जूनियर डॉक्टर वहां आए और मेरे ऊपर हमला कर दिया। ये जूनियर डॉक्टर थे या कुछ और मुझे जानकारी नहीं। जिस वक्त हमला हुआ मैं सुपरिटेंडेंट और डिप्टी सुपरिटेंडेंट के चैंबर के बीच में खड़ा था।3 घंटे तक बंधक बनाकर रखा। मुझे पीटते हुए वीडियो बनाया। कहा- ये अगर नेता बन गया तो ये हमें बार-बार डिस्टर्व करेगा। इसे मारो। इसके वीडियो को बाद में वायरल किया जाएगा।