गया डोभी चेकपोस्ट पर ट्रक मालिक से वसूला गया लाखों रुपए, ADTO और मिश्रा जी ने की वसूली
GAYA : देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ बार-बार गया के डोभी चेकपोस्ट पर हो रहे अवैध कमाई की खबरों को प्रमुखता से दिखता रहा है, क्योंकि वह चेकपोस्ट दलालों का अड्डा बन गया है. यहां पैसा देकर ओवरलोड गाड़ी भी अंडरलोड हो जाता है. बिहार के गया के डोभी चेकपोस्ट पर चल रहे, अवैध उगाही के खेल के बारे में देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ ने सबको बताता है. किस तरीके से डोभी चेकपोस्ट पर बड़े अधिकारियों की मिली भगत से अवैध पैसे की उगाही यहां की जाती है.?
अब जो खबर आपको हम बताने जा रहे हैं, उस खबर में फिर से गया डोभी चेकपोस्ट के कर्मियों के द्वारा एक ट्रक ड्राइवर से 1 लाख 30 हजार रुपए की मांग की गई है, कहा जा रहा है कि, यह गाड़ी ओवरलोड है और उस पर फाइन लगेगा. उससे बचने के लिए गाड़ी मालिक से विभाग के लोगों के द्वारा पैसे की मांग की जा रही है. इसका एक ऑडियो भी सामने आया है. खैर, इस ऑडियो की पुष्टि देसवा न्यूज़ नहीं करता है, लेकिन ऑडियो में साफ तौर पर कहा जा रहा है कि, ओवरलोड गाड़ी को बाहर निकालने की एवज में 1 लाख 30 हजार रुपए की मांग की जा रही है. वहीं, दूसरे तरफ जो आवाज आ रही है. वह 1 लाख देने तक की बात कह रहा है. वह बार-बार यही कह रहा है की गाड़ी को पार्किंग में मत ले जाइए. वहीं दूसरी तरफ कहां जा रहा है गाड़ी पार्किंग में जा रही है. कोई दिक्कत नहीं है. आपका काम हो जाएगा. जिस तरीके से इस ऑडियो में दो लोगों के बीच बातचीत हो रही है. वह कहीं ना कहीं यह जरूर साबित कर रहा है की गाड़ी पकड़े जाने के बाद छुड़ाने के लिए 1 लाख 30 हजार रुपए की मांग की जा रही है.
वही, इस ऑडियो के बाद इससे संबंधित एक वीडियो भी देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ के पास आया है. जिसमें साफ देखा जा सकता है कि, एक साइबर कैफे में किस तरीके से पैसे लेने और स्क्रीनशॉट की बात की जा रही है. दरअसल, होता क्या है कि?, आपका जो भी फाइन होगा. उससे बचने के लिए आपको विभाग के वरीय अधिकारियों से लेकर छोटे अधिकारियों तक अपना चढ़ावा देना होगा. इसके लिए डायरेक्ट पैसा तो आप दे नहीं सकते हैं? तो सभी ने एक सिस्टम बनाया है. इस सिस्टम के अनुसार, गया के डोभी चेकपोस्ट पर सृष्टि साइबर कैफे है. यहां जो भी ट्रक ड्राइवर या ट्रक मालिक फाइन का पैसा देना होता है वह इन्हीं लोगों के द्वारा पैसा पहुंचाने का काम करते हैं. जो बाकी विभाग केवरीय अधिकारियों तक पहुंच जाता है और उनकी गाड़ियों को बहुत ही आसानी से छोड़ दिया जाता है. जिस तरीके से गया डोभी चेकपोस्ट पर हर दिन सैकड़ो गाड़ियों का परिचालन होता है और इन और चेकपोस्ट पर कार्यरत ऑपरेटर सोनू , ESI गोपाल मिश्रा जी और कड़ारोपण संजय टाइगर की मिली भगत से वहां लाखों रुपए की उगाही की जा रही है. वह बिहार के राजस्व के लिए सही नहीं है.
देसवा ट्रांसपोर्ट न्यूज़ परिवहन विभाग के वरीय अधिकारियों से आग्रह करता है कि, आप इस मामले को संज्ञान में ले और पता करें क्या सच में गया के डोभी चेकपोस्ट पर ओवरलोड ट्रक को चढ़ावा के बाद ऐसे ही छोड़ दिया जाता है? अगर ऐसा हो रहा है तो, यह बिहार के राजस्व के लिए सही नहीं है. इसकी सही जांच होनी चाहिए.
REPORT - KUMAR DEVANSHU