जमुई मत्स्य कार्यालय में निगरानी विभाग की बड़ी कार्रवाई, 50 हजार रिश्वत लेते दो अधिकारी रंगेहाथ गिरफ्तार

बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी विभाग की मुहिम लगातार जारी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को जमुई जिला मुख्यालय स्थित मत्स्य कार्यालय में बड़ा एक्शन देखने को मिला, जब निगरानी विभाग की टीम ने दो सरकारी अधिकारियों को रंगेहाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तार अधिकारियों में जमुई के सोनो प्रखंड स्थित भेलवा मोहनपुर गांव निवासी तुलसी यादव ने निगरानी विभाग को शिकायत दी थी कि मत्स्य विभाग की योजना के तहत सरकार द्वारा....

जमुई मत्स्य कार्यालय में निगरानी विभाग की बड़ी कार्रवाई, 50 हजार रिश्वत लेते दो अधिकारी रंगेहाथ गिरफ्तार

बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी विभाग की मुहिम लगातार जारी है। इसी कड़ी में शुक्रवार को जमुई जिला मुख्यालय स्थित मत्स्य कार्यालय में बड़ा एक्शन देखने को मिला, जब निगरानी विभाग की टीम ने दो सरकारी अधिकारियों को रंगेहाथ रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तार अधिकारियों में जमुई के सोनो प्रखंड स्थित भेलवा मोहनपुर गांव निवासी तुलसी यादव ने निगरानी विभाग को शिकायत दी थी कि मत्स्य विभाग की योजना के तहत सरकार द्वारा दी गई अनुदान राशि में से अधिकारियों द्वारा 1.5 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की जा रही है।शिकायत की जांच के बाद निगरानी विभाग ने जाल बिछाया। शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे, जब लाभुक ने पहली किस्त के तौर पर 50 हजार रुपये अधिकारियों को सौंपे, उसी वक्त दोनों अधिकारियों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया।

दोनों से पूछताछ की जा रही है
गिरफ्तार कर्मियों में राजीव कुमार (मत्स्य विकास पदाधिकारी) और अभय कुमार (जिला प्रसार पदाधिकारी) शामिल है। दोनों पर मछली पालन योजना के अंतर्गत लाभुक से 50 हजार रुपए की रिश्वत लेने का आरोप है।बता दें कि निगरानी विभाग की इस कार्रवाई के दौरान मत्स्य कार्यालय परिसर में हड़कंप मच गया। निगरानी टीम ने दोनों आरोपितों को तत्काल हिरासत में ले लिया। फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है और कागजी कार्रवाई पूरी करने के बाद उन्हें पटना ले जाया जाएगा।

भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त कदम
बता दें कि निगरानी विभाग की इस छापेमारी को भ्रष्टाचार के खिलाफ एक सख्त कदम माना जा रहा है।निगरानी विभाग के पुलिस उपाधीक्षक सत्येंद्र राम ने बताया कि तुलसी यादव के शिकायत पर मत्स्य प्रसार पदाधिकारी अभय कुमार और मत्स्य विकास पदाधिकारी राजीव कुमार के द्वारा डेढ़ लाख रुपए की मांग की जा रही थी।सत्यापन में सही पाया गया। पीड़ित ने मामले में अनुरोध किया था कि हम डेढ़ लाख नहीं दे सकते हैं, 3 किस्त में 50 हजार, डेढ़ लाख देंगे। आज फर्स्ट किस्त के 50 हजार देते हुए इन्हें पकड़ा गया है। दोनों की गिरफ्तारी हुई,आगे पूछताछ के लिए पटना ले जाया जा रहा है।बता दें कि निगरानी विभाग की इस सख्त कार्रवाई को बिहार में सरकारी तंत्र में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ एक कड़ा संदेश माना जा रहा है।