आतंकी नेटवर्क पर NIA की बड़ी कार्रवाई, जम्मू-कश्मीर और 5 राज्यों के 22 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन, बिहार में 8 जगह दबिश

आतंकी साजिश और टेरर फंडिंग से जुड़े मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी की टीम ने जम्मू-कश्मीर समेत 6 राज्यों के 22 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इसमें बिहार भी शामिल है, जहां कटिहार जिले के सेमापुर थाना क्षेत्र के सुखासन गांव में 8 स्थानों पर दबिश दी गई।सुखासन गांव में NIA की टीम ने 6 घरों को खंगाला। इनमें इकबाल और रिजबुल नाम के आरोपियों के घर भी शामिल हैं।इकबाल को टीम ने मौके से डिटेन किया है। परिवार को ..............

आतंकी नेटवर्क पर NIA की बड़ी कार्रवाई, जम्मू-कश्मीर और 5 राज्यों के 22 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन, बिहार में 8 जगह दबिश

आतंकी साजिश और टेरर फंडिंग से जुड़े मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई की है। एजेंसी की टीम ने जम्मू-कश्मीर समेत 5 राज्यों के 22 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की। इसमें बिहार भी शामिल है, जहां कटिहार जिले के सेमापुर थाना क्षेत्र के सुखासन गांव में 8 स्थानों पर दबिश दी गई।सुखासन गांव में NIA की टीम ने 6 घरों को खंगाला। इनमें इकबाल और रिजबुल नाम के आरोपियों के घर भी शामिल हैं।इकबाल को टीम ने मौके से डिटेन किया है। परिवार को नोटिस देकर इसकी जानकारी दी गई।

22 स्थानों पर छापेमारी 
बता दें कि इकबाल पर पहले भी आर्म्स एक्ट में केस दर्ज हुआ था।रिजबुल फिलहाल जेल में बंद है, लेकिन उसके घर की भी तलाशी ली गई।दोनों के खिलाफ जनवरी में केस दर्ज किया गया था। बिहार के 8, कर्नाटक महाराष्ट्र, तमिलनाडु, के 1-1, उत्तर प्रदेश के 2 और जम्मू कश्मीर के अलग-अलग 9 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चल रहा है। कुल 22 स्थानों पर छापेमारी की गई है।

बरामदगी और जब्ती
अधिकारियों के मुताबिक, छापेमारी का फोकस टेरर फंडिंग और हथियार सप्लाई नेटवर्क पर है। हाल ही में गुरुग्राम के एक क्लब पर बम अटैक मामले की जांच में इस नेटवर्क का कनेक्शन सामने आया था। इसी कड़ी में छापेमारी की जा रही है। NIA को अब तक की तलाशी में कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, संदिग्ध वित्तीय दस्तावेज और अहम कागजात मिले हैं। जम्मू-कश्मीर के बारामुला जिले के पट्टन कस्बे के जंगम गांव में भी उमर रशीद लोन नाम के शख्स के घर पर रेड की गई।वहीं छापेमारी से जुड़े तथ्यों की पुष्टि और आगे की कार्रवाई को लेकर अब तक NIA की ओर से कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया है।