पटना पारस अस्पताल हत्याकांड: शेरू गैंग के 3 शूटर कोलकाता से हिरासत में,10 लाख में तौसीफ को दी थी सुपारी,स्टाफ पर भी शक
पटना के पारस अस्पताल में हुए कुख्यात गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या के मामले में शेरू गैंग के शूटरों की गिरफ्तारी को लेकर बड़ी जानकारी सामने आ रही है।ADG कुंदन कृष्णन ने बताया कि कोलकाता के न्यू टाउन से 3 लोगों को पुछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।यह कार्रवाई पटना पुलिस और STF की संयुक्त टीम ने पश्चिम बंगाल में की है।जांच में सामने आया है कि चंदन मिश्रा की हत्या की सुपारी शेरू ने 10 लाख रुपये में दी थी, जो फिलहाल पश्चिम बंगाल की पुरुलिया...

पटना के पारस अस्पताल में हुए कुख्यात गैंगस्टर चंदन मिश्रा की हत्या के मामले में शेरू गैंग के शूटरों की गिरफ्तारी को लेकर बड़ी जानकारी सामने आ रही है।ADG कुंदन कृष्णन ने बताया कि कोलकाता के न्यू टाउन से 3 लोगों को पुछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।यह कार्रवाई पटना पुलिस और STF की संयुक्त टीम ने पश्चिम बंगाल में की है।जांच में सामने आया है कि चंदन मिश्रा की हत्या की सुपारी शेरू ने 10 लाख रुपये में दी थी, जो फिलहाल पश्चिम बंगाल की पुरुलिया जेल में बंद है।हत्या के पीछे शेरू गैंग की भूमिका प्रमुख मानी जा रही है।
वारदात से पहले पहुंच गए थे समनपुरा
सूत्रों की माने तो शूटर्स घटना से तीन दिन पहले ही समनपुरा इलाके में पहुंच गए थे। उन्होंने पारस अस्पताल के पीछे स्थित एक अपार्टमेंट में अस्थायी ठिकाना बनाया, जिसे स्थानीय बदमाश की मदद से लिया गया था। हर दिन अस्पताल की रेकी की जाती थी।जांच में पता चला है कि पारस अस्पताल के कुछ स्टाफ से तौसिफ का पहले से परिचय था। कुछ महीने पहले उसका एक दोस्त पारस में ही भर्ती था। वह उससे मिलने अक्सर अस्पताल आता-जाता था। जांच टीम के घेरे में पारस अस्पताल के कुछ कर्मी भी हैं।शुक्रवार को पुलिस ने पारस अस्पताल के कुछ कर्मियों से पूछताछ की है। अस्पताल प्रशासन से पुलिस सिक्योरिटी में तैनात कर्मियों की सूची मांगी है।पुलिस ने समनपुरा से जिशान सहित पांच युवकों को उठाया है। सभी से पूछताछ हो रही है। पुलिस पटना, आरा, बक्सर, गया और झारखंड के कुछ इलाके में छापेमारी कर रही है।
शास्त्रीनगर थाना में दो केस दर्ज
बता दें कि चंदन मिश्रा हत्याकांड में शास्त्रीनगर थाना में दो केस दर्ज किया गया है। पहली एफआईआर चंदन के पिता मंटू मिश्रा ने दर्ज कराई है। उन्होंने डॉक्टर पिंटू और पारस अस्पताल के स्टाफ पर संदेह जताया है। उनका आरोप है कि 16 जुलाई को डिस्चार्ज होना था लेकिन डॉक्टरों ने 17 तारीख दी।उन्होंने फुलवारी शरीफ के तौसिफ उर्फ बादशाह, बक्सर के बलवंत सिंह और मोनू को भी नामजद किया है। दूसरी एफआईआर अस्पताल में चंदन के अटेंडेंट दुर्गेश पाठक के बयान पर दर्ज की गई है। दुर्गेश के पैर के अंगूठे में गोली लगी है।दुर्गेश ने पुलिस से कहा कि घटना के बाद वह चिल्लाता रहा लेकिन पारस के स्टाफ 15 मिनट बाद कमरे में आए। पुलिस डॉ. पिंटू से भी पूछताछ करेगी।