पटना का फुलवारी शरीफ स्टेशन बना अपराधियों का अड्डा,मोबाइल छिनैती के विरोध में एडिशनल एसपी को ट्रैक पर धक्का, हाथ टूटा
राजधानी पटना में अपराधियों का मनोबल किस कदर बढ़ा हुआ है, इसका ताजा उदाहरण 20 सितंबर की रात फुलवारी शरीफ रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला। पटना का फुलवारी शरीफ रेलवे स्टेशन…जहां आम लोग तो अक्सर मोबाइल छिनैती के शिकार होते ही रहते हैं,लेकिन इस बार निशाना बने कानून के रखवाले एडिशनल एसपी प्रेमचंद्र सिंह। जिस पुलिस विभाग की जिम्मेदारी अपराधियों को सलाखों के पीछे डालने की है। उसी विभाग के अफसर को अपराधियों ने रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। राज्य में अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ चुका है कि अब उन्हें वर्दी....

राजधानी पटना में अपराधियों का मनोबल किस कदर बढ़ा हुआ है, इसका ताजा उदाहरण 20 सितंबर की रात फुलवारी शरीफ रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला। पटना का फुलवारी शरीफ रेलवे स्टेशन…जहां आम लोग तो अक्सर मोबाइल छिनैती के शिकार होते ही रहते हैं,लेकिन इस बार निशाना बने कानून के रखवाले एडिशनल एसपी प्रेमचंद्र सिंह। जिस पुलिस विभाग की जिम्मेदारी अपराधियों को सलाखों के पीछे डालने की है। उसी विभाग के अफसर को अपराधियों ने रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया। राज्य में अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ चुका है कि अब उन्हें वर्दी, पद और पदक का डर भी नहीं। रेलवे स्टेशन पर हजारों लोगों के बीच भी अपराधी बेखौफ हैं।
प्लेटफॉर्म नंबर 2-3 पर टहल रहे थे
जानकारी के मुताबिक, रात करीब 9 बजे प्रेमचंद्र सिंह प्लेटफॉर्म नंबर 2-3 पर टहल रहे थे। तभी दो युवक वहां पहुंचे और उनका मोबाइल फोन छीनकर भागने लगे। अधिकारी ने हिम्मत दिखाते हुए एक बदमाश को पकड़ लिया, लेकिन इसी बीच दोनों ने उन्हें जान से मारने की नीयत से रेलवे ट्रैक पर धक्का दे दिया। गिरने से वे बेहोश हो गए और गंभीर रूप से घायल हो गए।स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें तुरंत पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उनके बाएं हाथ की हड्डी टूट गई है।
होश में आने के बाद दर्ज कराया बयान
22 सितंबर को होश में आने के बाद प्रेमचंद्र सिंह ने IGIMS स्थित TOP कार्यालय में पूरा मामला दर्ज कराया। उनके बयान पर आधारित एफआईआर 23 सितंबर को पटना जंक्शन रेल थाना में दर्ज की गई।रेल पुलिस ने आरोपियों की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है और विशेष टीम गठित की गई है। फिलहाल अपराधियों का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।एडिशनल एसपी प्रेमचंद्र सिंह (54) मूल रूप से कैमूर जिले के रामगढ़ निवासी हैं। फिलहाल वे पटना के महुआबाग स्थित एक अपार्टमेंट में परिवार के साथ रहते हैं। उनकी पत्नी उमा सिंह भी पुलिस विभाग में दरोगा के पद पर हैं और इस समय पटना के सरदार पटेल भवन में तैनात हैं।