कड़ाके की ठंड में राहत: पटना नगर निगम ने शुरू किए मुफ्त रैन बसेरे, जानें पूरी सुविधा
बिहार में ठंड लगातार बढ़ती जा रही है। दिन-रात के तापमान में गिरावट और घने कोहरे ने आम जनजीवन प्रभावित कर दिया है। ऐसे में बेघर और असहाय लोगों को ठिठुरन से बचाने के लिए पटना नगर निगम ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। निगम ने शहर में कुल 953 बेड क्षमता वाले आधुनिक रैन बसेरों को तैयार कर दिया है, जिनमें स्थायी, अस्थायी और जर्मन हैंगर प्रकार.......
बिहार में ठंड लगातार बढ़ती जा रही है। दिन-रात के तापमान में गिरावट और घने कोहरे ने आम जनजीवन प्रभावित कर दिया है। ऐसे में बेघर और असहाय लोगों को ठिठुरन से बचाने के लिए पटना नगर निगम ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। निगम ने शहर में कुल 953 बेड क्षमता वाले आधुनिक रैन बसेरों को तैयार कर दिया है, जिनमें स्थायी, अस्थायी और जर्मन हैंगर प्रकार के आश्रय स्थल शामिल हैं।
सर्द रातों में राहत
कड़ाके की ठंड को देखते हुए रैन बसेरों में विशेष इंतजाम किए गए हैं। स्वच्छ पेयजल,शौचालय व स्नान की सुविधा,मच्छरदानी,पर्याप्त कंबल,निःशुल्क रात्रि भोजन
,ठंड बढ़ने पर प्रत्येक व्यक्ति को दो कंबल दिए जाएंगे, ताकि रातें अधिक सुरक्षित और गर्म रह सकें। रैन बसेरा पूरी तरह निःशुल्क है। प्रवेश के लिए केवल आधार कार्ड और मोबाइल नंबर देना होगा।
सुरक्षा और निगरानी के कड़े प्रबंध
सभी रैन बसेरों में तीन शिफ्टों में केयरटेकर तैनात किए गए हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीसीटीवी कैमरे और हर स्थल पर जिम्मेदार प्रबंधकृ नियुक्त किए गए हैं। इसके अलावा, आसपास के थानों को रात्रि गश्ती बढ़ाने के लिए पत्र भेजा गया है, जिससे आश्रय स्थलों में सुरक्षा सुनिश्चित रहे। वहीं बढ़ती ठंड और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए महिलाओं के लिए विशेष रैन बसेरे बनाए गए हैं। इनमें केवल महिलाएं ही रह सकेंगी। ये रैन बसेरे मौर्या होटल के सामने, पटना सिटी नाला क्षेत्र और बुद्धा स्मृति पार्क के पास बनाए गए हैं। यहां महिला केयरटेकर की नियुक्ति कर सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता दी गई है।
बेघर लोगों के लिए जीवनरक्षक कदम
बता दें कि बिहार में ठंड लगातार कठोर रूप ले रही है, जिसके चलते सड़क किनारे रहने वाले गरीब, मजदूर और असहाय लोग सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। ऐसे समय में पटना नगर निगम की ये पहल उनके लिए जीवनरक्षक और संवेदनशील कदम साबित हो रही है।स्थानीय लोग और सामाजिक संगठन इस पहल की सराहना कर रहे हैं और इसे सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में अहम योगदान बता रहे हैं। बता दें कि बढ़ती ठंड के बीच पटना नगर निगम द्वारा तैयार किए गए ये 953 बेड वाले रैन बसेरे शहर के हजारों लोगों को ठिठुरन से राहत देंगे। सुरक्षा, भोजन और रहने की सभी सुविधाओं से लैस ये आश्रय स्थल सामाजिक कल्याण और मानवीय संवेदना का मजबूत उदाहरण हैं।













