पटना में रफ्तार का कहर!, 3 को रौंदा: साइकिल सवार 2 बच्चों की स्थिति गंभीर
राजधानी पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में शनिवार देर शाम एक तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे खड़े तीन लोगों को रौंद दिया। हादसा दलदली रोड के पास हुआ, जहां कार की चपेट में आए लोगों में दो साइकिल सवार बच्चे और एक स्थानीय दुकानदार शामिल हैं।घायलों की पहचान सुजीत कुमार (21 वर्ष), अंश अधिकारी (12 वर्ष) और मुन्ना साव (55 वर्ष) के रूप में हुई है। अंश अधिकारी की स्थिति गंभीर बताई जा रही है, जबकि अन्य घायलों का इलाज पास के एक नर्सिंग होम..........

राजधानी पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में शनिवार देर शाम एक तेज रफ्तार कार ने सड़क किनारे खड़े तीन लोगों को रौंद दिया। हादसा दलदली रोड के पास हुआ, जहां कार की चपेट में आए लोगों में दो साइकिल सवार बच्चे और एक स्थानीय दुकानदार शामिल हैं।घायलों की पहचान सुजीत कुमार (21 वर्ष), अंश अधिकारी (12 वर्ष) और मुन्ना साव (55 वर्ष) के रूप में हुई है। अंश अधिकारी की स्थिति गंभीर बताई जा रही है, जबकि अन्य घायलों का इलाज पास के एक नर्सिंग होम में चल रहा है।
तेज रफ्तार कार ने रौंदा
चश्मदीद मुन्ना साव, जो पास में ही चक्की दुकान चलाते हैं, ने बताया "मैं दुकान के बाहर खड़ा था, तभी एक तेज रफ्तार कार आई और सभी को रौंदते हुए आगे पोल में टकरा गई।"हादसे के बाद मौके पर हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने ड्राइवर को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह फरार हो गया। पुलिस के अनुसार, कार चालक की तलाश जारी है।घायल अंश अधिकारी के दोस्त शिवम ने बताया कि दोनों स्कूल प्रोजेक्ट के लिए सामान लेने निकले थे।"मैं दुकान पर सामान लेने गया और अंश रोड किनारे खड़ा था। तभी एक तेज रफ्तार कार आई और सीधे अंश को टक्कर मार दी। उसकी टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि अंश पोल के पास दब गया।”
मासूम जिंदगियों को लीलती रहेंगी
शिवम ने बताया कि स्थानीय लोगों ने कार को धक्का मारकर पीछे किया, तब जाकर दोनों को बाहर निकाला गया।घायलों का इलाज जारी, अंश की हालत नाजुक है
अंश अधिकारी (12) को सिर और सीने में गंभीर चोटें आईं हैं।, सुजीत कुमार (21) को पैर और सीने में गंभीर चोट आई हैवहीं मुन्ना साव (55) को हाथ और पसली में चोटआई है। ड्राइवर की पहचान के लिए CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं। दरअसल यह हादसा एक बार फिर सवाल उठाता है — क्या पटना की सड़कों पर रफ्तार पर कोई लगाम है?जब तक ट्रैफिक नियमों का कड़ाई से पालन और तेज रफ्तार पर नियंत्रण नहीं होगा, ऐसी घटनाएं मासूम जिंदगियों को लीलती रहेंगी।