पांच जयचंद का खुलासा टाल गए तेज प्रताप यादव,बोले-इन सब बातों को छोड़िए...टिप्पणी नहीं करना चाहता..जा रहे हैं

बिहार विधानसभा चुनावों से पहले सियासत का पारा जहां तेज़ है, वहीं लालू परिवार की अंदरूनी राजनीति भी सुर्खियों में है। आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव एक बार फिर चर्चा में हैं।गुरूवार की रात करीब साढ़े 10 बजे  तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि उनके राजनीतिक करियर को खत्म करने के लिए  पांच ‘जयचंद’ परिवारों ने षड्यंत्र रचा है। उन्होंने कहा था कि शुक्रवार 22 अगस्त को मैं इन सभी पांच परिवार...

पांच जयचंद का खुलासा टाल गए तेज प्रताप यादव,बोले-इन सब बातों को छोड़िए...टिप्पणी नहीं करना चाहता..जा रहे हैं

बिहार विधानसभा चुनावों से पहले सियासत का पारा जहां तेज़ है, वहीं लालू परिवार की अंदरूनी राजनीति भी सुर्खियों में है। आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव एक बार फिर चर्चा में हैं।गुरूवार की रात करीब साढ़े 10 बजे  तेज प्रताप यादव ने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि उनके राजनीतिक करियर को खत्म करने के लिए  पांच ‘जयचंद’ परिवारों ने षड्यंत्र रचा है। उन्होंने कहा था कि शुक्रवार 22 अगस्त को मैं इन सभी पांच परिवार के लोगों का चेहरा और चरित्र दोनों जनता के सामने लाऊंगा। जयचंदों के षडयंत्र का पर्दाफाश करूंगा।

इन सब बातों को छोड़िए, -तेजप्रताप 
लेकिन जब मीडिया ने उनसे इस बारे में सवाल किया तो तेज प्रताप ने टालते हुए कहा “इन सब बातों को छोड़िए, इस पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। हमारा आज बेगूसराय में कार्यक्रम लगा है, वहीं जा रहे हैं।”अब तेजप्रताप के इस बयान के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि तेज प्रताप ने ‘पांच जयचंद’ का खुलासा फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है।उम्मीद इस बात की जताई जा रही थी, कि शुक्रवार को तेज प्रताप प्रेस कॉन्फ्रेंस या फिर सोशल मीडिया के जरिए पांच जयचंद परिवारों का खुलासा करेंगे लेकिन अब वो अपनी बात से पलटते दिख रहे हैं। 

परिवार और पार्टी से बेदखली
जानकारी के लिे बता दें कि तेज प्रताप यादव को चुनाव से पहले ही पिता लालू प्रसाद ने न सिर्फ पार्टी से बल्कि परिवार से भी बेदखल कर दिया था। इसकी वजह अनुष्का यादव के साथ उनकी तस्वीरें थीं। इसी मुद्दे पर लालू यादव ने उन पर कड़ा एक्शन लिया।बता दें कि बेदखली के बाद से ही तेज प्रताप लगातार बागी तेवर में हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि वे अगला चुनाव महुआ सीट से लड़ेंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने अपनी नई पार्टी ‘जनशक्ति जनता दल’ बनाने का भी ऐलान कर दिया है और इसके लिए चुनाव आयोग में आवेदन भी कर दिया है।अब सवाल यह है कि तेज प्रताप यादव ने जिस खुलासे का वादा किया था, आखिर उसे टाल क्यों दिया? क्या यह उनकी रणनीति का हिस्सा है या परिवार और राजनीति के दबाव में उन्होंने कदम पीछे खींच लिए हैं?