आज नवरात्रि की महानवमी पर की जाती है- मां सिद्धिदात्री की पूजा, जानिये पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

आज नवरात्रि की महानवमी पर की जाती है- मां सिद्धिदात्री की पूजा, जानिये पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

DESK : आज शारदीय नवरात्र का महानवमी दिन है. आज माता के नौवें स्वरूप मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है. नवरात्रि के आठवें दिन का महत्व बहुत अधिक होता है. नवरात्र की आखिरी तिथि यानी नवमी को मां सिद्धिदात्री की पूजा करने का विधान है. अगर भक्त, शक्ति के नौवें रूप की पूजा करें, तो विशेष फल की प्राप्ति हो सकती है. नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और घर का माहौल खुशनुमा बना रहता है. मां सिद्धिदात्री का स्वरूप अत्यंत दिव्य है. मां का वाहन सिंह है और देवी भी कमल पर विराजमान हैं. उनकी चार भुजाएं हैं, उनके निचले दाहिने हाथ में एक चक्र, उनके ऊपरी हाथ में एक गदा, उनके निचले बाएँ हाथ में एक शंख और उनके ऊपरी हाथ में एक कमल का फूल है.

 

महानवमी पर पहला मुहूर्त सुबह 6 बजकर 27 मिनट से शुरू होकर 7 बजकर 51 मिनट तक रहेगा. दूसरा मुहूर्त  सुबह 9 बजकर 16 मिनट से शुरू होकर 10 बजकर 41 मिनट तक रहेगा वहीं महानवमी पर तीसरा मुहूर्त-दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से शुरू होकर 2 बजकर 55 मिनट तक रहेगा. यहां तक की 2:55 मिनट से लेकर दोपहर 4:19 तक का भी एक शुभ मुहूर्त है. भक्त इस शुभ मुहूर्त में माता की आराधना करें.

 

महानवमी तिथि के दिन पूजा के समय सबसे पहले कलश की पूजा करनी चाहिए और सभी देवी-देवताओं का ध्यान करना चाहिए. रोली, मोली, कुमकुम, पुष्प चुनरी आदि से मां की पूजा करें देवी को हलवा, पूरी, खीर, चने और नारियल का भोग लगाएं. इसके बाद मां के मंत्रों का जाप करना चाहिए. कन्या पूजन में कन्याओं के साथ-साथ एक बालक को भी घर भोजन कराना चाहिए. कन्याओं की उम्र दो से दस साल के बीच होनी चाहिए और उनकी संख्या कम से कम नौ होनी चाहिए.

 

REPORT – KUMAR DEVANSHU