छठ पूजा में आज खरना का दिन, जानिए खरना का महत्व?
PATNA : आस्था के महापर्व छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय से हो चुकी है. आज खरना है और छठ पूजा का दूसरा और बेहद महत्वपूर्ण दिन है. खरना का अर्थ है शुद्धिकरण इस दिन वर्ती उपवास रखते है और छठी मैया का प्रसाद तैयार करते है. खरना में गुड़ की खीर बनाने का रिवाज है. खीर मिट्टी के चूल्हे पर तैयार की जाती है. सबसे पहले वर्ती खीर को ही ग्रहण करते हैं. इसके बाद लोगों में बांटा जाता है.
इस बार छठ पूजा के दूसरे दिन आज यानी 6 नवंबर 2024 को खरना किया जाएगा. कार्तिक माह की पंचमी तिथि का दिन खरना कहलाता है. खरना के दिन व्रती महिलाएं शाम को गुड़ की खीर को प्रसाद के रूप में ग्रहण कर व्रत शुरू करती .हैं जिसके बाद 36 घंटे तक अन्न-जल ग्रहण नहीं किया जाता. इस दिन सूर्य देव की विधिवत पूजा करने का भी विधान है.
खन्ना के प्रसाद में मुख्य रूप से गुड़ की खीर, रोटी और कई तरह के फल शामिल होते हैं. खरना के दिन सूर्यास्त से पहले वर्ती सूर्य देव को अर्ध्य देते हैं. सबसे पहले छठी मैया के पूजा स्थल पर एक दीपक जलाया जाता है. पानी में गंगाजल और दूध मिलाकर सूर्य देव को अर्पित किया जाता है. पूजा के बाद सूर्य देव का प्रसाद का भोग लगाया जाता है और उसे लोगों में वितरित किया जाता है.
REPORT - KUMAR DEVANSHU