योगी राज में विद्युत चोरी का झूठा मुकदमा कराय़ा जाता है दर्ज फिर अधिकारी करते है वसूली

योगी राज में विद्युत चोरी का झूठा मुकदमा कराय़ा जाता है दर्ज फिर अधिकारी करते है वसूली

पटना डेस्क : यूपी के इटावा में राजस्व बढ़ाने और लाइन लॉस रोकने के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में बिजली चोरी करने वाले और बकायादारों के खिलाफ अभियान चल रहा है नियमानुसार, बिजली चोरी पकड़े जाने पर मौके की वीडियो विभाग के कर्मचारी द्वारा बनाई जाती है यही वीडियो उपभोक्ता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराते समय बिजली चोरी निरोधक थाने में सबूत के तौर पर उपलब्ध कराई जाती है हालांकि चेकिंग के नाम पर बिजली कर्मियों पर लोगों से धन उगाही  के आरोप भी लगते रहे हैं

इटावा में बिजली उपभोक्ताओं की माने तो वो बिजली कर्मियों से काफी परेशान हैं आए दिन बिजली कर्मियों की ब्लैकमेलिंग करने की शिकायतें सामने आ रही हैं बिजली कर्मियों की शिकायतें लेकर रोजाना लोग अधिकारियों की चौखटों के चक्कर काट रहे हैं। हाल ही में उपभोक्ताओं द्वारा  बिजली कर्मियों पर अवैध वसूली के लिए दबाव बनाने का आरोप लगा है। बिजली कर्मियों द्वारा साथ लाए बिजली के तार के टुकड़े की वीडियो बना ली जाती है और बिजली चोरी की बात कहकर हजारों की मांग की जाती है। बिजली विभाग के अधिकारियों का शराब पीते हुए वीडियो वायरल हुआ। धन नहीं देने के चलते उपभोक्ता पर लाखों का जुर्माना लगा दिया जाता है। बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारी विभाग का राजस्व न बढ़ाकर अपना राजस्व बढ़ा रहे हैं

विद्युत विभाग के एसडीओ के नेतृत्व में विजिलेंस टीम कटिया चेकिंग का अभियान चलाती है और अगर 20 कटिया पकड़ते हैं तो कुछ की एफआईआर दर्ज करते हैं और बाकियों से दलालों के माध्यम से अच्छी खासी मोटी रकम वसूलते हैं, उपभोक्ताओं को लाखों का जुर्माना का हवाला देकर उन्हें डरा कर अच्छी खासी रकम वसूल लेते हैं, अभी एक हाल ही में मामला सामने आया है जहां इटावा शहर के एसडीओ गगन अग्निहोत्री द्वारा कटिया चेकिंग अभियान चलाया जाता है वहां पर भी वही हाल होता है जहां आमतौर पर करते हैं कटिया पकड़ी जाती हैं और कुछ पर fir होता है और कुछ को अच्छी खासी रकम वसूलने के बाद छोड़ दिया जाता है.

अगर जनता चोरी करती है तो उनसे जुर्माना वसूल कर सरकार को भरा जाए न की अधिकारी अपने घर भरें,पूरे मामले पर जब अधिशासी अभियंता श्री प्रकाश से बातचीत करने की कोशिश की तो उनके द्वारा कार्रवाई का आश्वासन तो दिया गया पर अपने ही अधिकारियों को बचाने की बात भी कही गई। आपको बता दें कि जिले में करोड़ों रुपए बकाया है विभाग द्वारा वह बकाया वसूल ना करते हुए जो उपभोक्ता समय से अपना बिजली बिल जमा करते हैं ऐसे उपभोक्ताओं को घर घर जाकर परेशान किया जा रहा है

जेई एवम एसडीओ द्वारा प्राइवेट एवं छोटे कर्मचारियों को भेज कर उपभोक्ताओं से रुपए की मांग की जाती है। पूरा मामला इटावा सदर विधायक सरिता भदौरिया के संज्ञान में डाला गया है यदि उपभोक्ताओं को इसी तरीके से परेशान किया जाएगा तो जनता कहां जाएगी विधायक ने आश्वासन दिया है अगली बैठक में बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ में बैठक करेंगी एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेंस पर काम करते नजर आते हैं और अपने अधिकारियों को भी यही सीख देते हैं परंतु इटावा में तैनात होने के बाद इटावा विद्युत विभाग के अधिकारियों पर कैसे लगेगी लगाम अब उपभोक्ताओं ने इसके खिलाफ ऊर्जा मंत्री के पोर्टल पर शिकायत करने व कोर्ट में जाने का मन बनाया है.

रिपोर्ट : कुमार कौशिक / रामकुमार राजपूत