पटना में यात्रियों से भरी बस को अज्ञात अपराधियों ने बनाया निशाना, ड्राइवर की गोली मारकर हत्या, जान बचाकर भागे यात्री

बिहार में बेखौफ बदमाशों ने एक बार फिर बड़ी घटना को अंजाम दिया है। राज्य में अपराधियों के हौसले बुलंद होने की वजह से  वो आए दिन कोई ना कोई बड़ी घटना को अंजाम देते आ रहे हैं। चाहे बात पुलिस टीम हमले की हो या फिर आम नागरिकों पर गोलियां बरसाने की, बीते कुछ समय में इस तरह कई वारदातों लगातार बढ़ रही हैं। ताजा मामला ....

पटना में यात्रियों से भरी बस को अज्ञात अपराधियों ने बनाया निशाना, ड्राइवर की गोली मारकर हत्या, जान बचाकर भागे यात्री

बिहार में बेखौफ बदमाशों ने एक बार फिर बड़ी घटना को अंजाम दिया है। राज्य में अपराधियों के हौसले बुलंद होने की वजह से  वो आए दिन कोई ना कोई बड़ी घटना को अंजाम देते आ रहे हैं। चाहे बात पुलिस टीम हमले की हो या फिर आम नागरिकों पर गोलियां बरसाने की, बीते कुछ समय में इस तरह कई वारदातों लगातार बढ़ रही हैं। ताजा मामला राजधानी पटना का है। जहां बेखौफ अपराधियों ने पटना में सोमवार की देर शाम को एक बस के ड्राइवर को  गोलियों से भून डाला। 

जीरो माइल के पास वारदात को अंजाम दिया गया

बता दें कि अज्ञात बदमाशों ने सोमवार की रात मसौढ़ी-गया मोड़ के पास जीरो माइल के पास वारदात को अंजाम दिया है। तीन अपराधियों ने बस को रुकवाकर घेर लिया और ड्राइवर को निशाना बनाकर उसपर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी में बस चालक की मौत हो गई। जबकि एक यात्री के पैर में गोली लगी है। मृतक चालक दुश्यंत मिश्रा बेतिया का रहने वाला था। जो नीतू राज बस चला रहा था। वहीं घायल शख्स की पहचान इरशाद आलम के रूप में हुई है।

ड्राइवर को बेहद सटीक तरीके से निशाना बनाया गया

बता दें कि बस 8 बजे के आस-पास बस लगभग 45 यात्रियों को लेकर बेतिया के लिए निकली थी। जैसे ही बस मसौढ़ी-गया मोड़ पहुंची 5 बदमाशों ने बस को घेर लिया और ड्राइवर दुष्यंत को निशाना बनाकर फायरिंग करने लगे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, 4 से 5 राउंड गोलियां चलीं और ड्राइवर को बेहद सटीक तरीके से निशाना बनाया गया। इससे यह साफ है कि हमलावर पूरी तैयारी के साथ आए थे और उनका टारगेट सिर्फ ड्राइवर ही था। गोलीबारी होते ही बस में सवार यात्री दहशत में उतरकर इधर-उधर भागने लगे। 

डीएसपी 2 कार्यालय की दूरी महज 500 मीटर 

इस घटना ने पुलिस पर भी सवाल खड़े किए हैं। जहां मर्डर हुआ वहां से पुलिस लाइन बेहद नजदीक है। घटनास्थल पर हमेशा पुलिस बलों की तैनाती रहती है। DSP-2 का कार्यालय भी बस स्टैंड कैंपस में ही है। बताया जाता है कि, जहां वारदात को अंजाम दिया गया है वहां से डीएसपी 2 कार्यालय की दूरी महज 500 मीटर है। उसके बाद भी अपराधी बेखौफ होकर ताबड़तोड़ गोलीबारी करके भाग निकले। जिस तरह ड्राइवर को निशाना बनाकर मारा गया, ये सोची-समझी साजिश लग रही है। घटना की सूचना पर रामकृष्ण नगर थाना की पुलिस, सिटी SP पूर्वी और सदर DSP- 2 सत्यकाम समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज की जांच कर रही है।

पुलिस कर रही छानबीन

वहीं ऐसी चर्चा है कि घटना के पीछे की वजह एजेंसी से जुड़े पुराने विवाद या बस निकालने को लेकर हुआ झगड़ा हो सकता है। हालांकि अधिकारी इसपर कुछ भी बोलने से बच रहे हैं। पुलिस का कहना है, 'जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती और अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो जाती, तब तक कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।'