पटना में चिराग की LJPR की बैठक में अहम प्रस्ताव हुआ पारित,स्वतंत्र पहचान बनाना चाहती है पार्टी, चुनावी रणनीति के अलावा सीटों पर हुई चर्चा?
बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों शोरों से की जा रही है। सभी राजनीतिक दल पूरी तरह से सक्रिय हो चुके हैं। इसी कड़ी में पटना में आज केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी एलजेपीआर की राज्य कार्यकारिणी की बैठक शुक्रवार को हुई। इस बैठक की अध्यक्षता जमुई के सांसद अरुण भारती और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष...

बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों शोरों से की जा रही है। सभी राजनीतिक दल पूरी तरह से सक्रिय हो चुके हैं। इसी कड़ी में पटना में आज केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी एलजेपीआर की राज्य कार्यकारिणी की बैठक शुक्रवार को हुई। इस बैठक की अध्यक्षता जमुई के सांसद अरुण भारती और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने की।
अपनी स्वतंत्र पहचान बनाना चाहती
बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए। सबसे अहम बात जो निकल कर सामने आई वो ये है, कि पार्टी अब अपनी स्वतंत्र पहचान बनाना चाहती है। पार्टी के सांसद अरुण भारती के बयान पर गौर करें तो ऐसा लगता है कि पार्टी अब एनडीए में रहकर अपनी ऑडियोलॉजी से समझौता नहीं करना चाहती है। अपनी पार्टी की शर्तों पर चलना चाहती है। हालांकि अरुण भारती ने ये भी साफ कहा है कि वो एनडीए के साथ बने रहेंगे।
कई जिलों से प्रमुख नेताओं ने शिरकत की थी
बता दें कि इस बैठक में लोजपा (रामविलास) के बिहार के कई जिलों से प्रमुख नेताओं ने शिरकत की थी। इस बैठक में पार्टी के चुनावी रणनीति पर चर्चा हुई तो वहीं, सीटों को लेकर कहा गया कि, वे गठबंधन धर्म का पालन करेंगे। सीटों को लेकर जब भी गठबंधन में कुछ तय होगा, तो उसे साझा कर दिया जाएगा। बता दें कि यह बैठक चुनाव को देखते हुए बेहद खास मानी जा रही है। बैठक में अहम प्रस्ताव पारित किया गया। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की सक्रिय भागीदारी और भविष्य की जिम्मेदारी को लेकर भी प्रस्ताव पास हुआ।
बिहार की सियासत में हलचल
गौरतलब हो कि पिछले दिनों चिराग पासवान ने बिहार की राजनीति में लौटने को लेकर बड़ा बयान दिया था। जिसके बाद बिहार की सियासत में हलचल पैदा हो गई थी। वहीं जमुई से सांसद अरुण भारती ने भी कहा था कि, चिराग पासवान को बिहार में कोई बड़ी जिम्मेदारी मिलती है, तो वह इसी साल विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। इधर, आज हुई प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक की बात करें तो, इसमें विधानसभा चुनाव 2025 में लोजपा (रामविलास) की स्वतंत्र पहचान के साथ भागीदारी का प्रस्ताव पारित हुआ। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि, चुनाव के वक्त चिराग पासवान के पार्टी की ओर से क्या कुछ गतिविधियां होती है।