बेतिया के भ्रष्ट MVI की खुली पोल!, भाड़े का आदमी रखकर करवाते हैं अपना काम!, अब बेतिया DTO ने दर्ज कराया मामला, क्या विभाग करेगी कार्रवाई?

बेतिया के भ्रष्ट MVI की खुली पोल!, भाड़े का आदमी रखकर करवाते हैं अपना काम!, अब बेतिया DTO ने दर्ज कराया मामला, क्या विभाग करेगी कार्रवाई?

BIHAR PRIVHAN VIBHAG : जरा सोचिए, जिस विभाग के ऊपर बिहार में परिवहन व्यवस्था को दुरुस्त करने की जिम्मेवारी है. उस विभाग के MVI साहब पर उन्हीं के विभाग के DTO साहब केस दर्ज कराते हैं. सुनने में कितना अजीब लगता है और भी अजीब है. क्योंकि इस मामले में DM साहब ने भ्रष्ट MVI के कारनामों का खुलासा खुद किया है और उनकी अनुशंसा पर DTO बेतिया ने उस MVI पर केस दर्ज करवाया. ये कितनी शर्म की बात है, परिवहन विभाग के लिए?

आप सहज अंदाजा लगाइए की उस विभाग में कितनी अराजकता होगी. जी हां, यह खबर बिहार के पूर्वी चंपारण (बेतिया) से सामने आया है. जहां के MVI अनूप कुमार सिंह के ऊपर उन्हीं के विभाग के जिला परिवहन पदाधिकारी अरुण प्रकाश ने 30 जनवरी को मुफस्सिल थाने में प्राथमिक दर्ज कराई है. इस प्राथमिक में जिला परिवहन पदाधिकारी अरुण प्रकाश में मोटरयान निरीक्षक अनूप कुमार सिंह की पूरी पोल-पट्टी खोल दी है.

 

अब आपको बताते हैं कि पूरा मामला है क्या? 

बेतिया DTO की तरफ से मुफस्सिल थाना में एक केस दर्ज कराया गया है. जिसमे कहा गया है कि, उन्हें विभिन्न माध्यमों से फिटनेस जांच के लिए अवैध रुपया वसूलने की शिकायत मिल रही थी. इस आलोक में 30 जनवरी 3:30 बजे बेतिया के आईटीआई फील्ड का निरीक्षण किया. जिसमें गाड़ियों का फिटनेस, ट्रांसफर व अन्य कार्यों के लिए 9 लोग उपस्थित थे. फील्ड में संतोष कुमार दास, मोटर या निरीक्षक बेतिया उपस्थित थे.इनके द्वारा वाहनों के ट्रांसफर के लिए नियमित जांच की जा रही थी. फील्ड में डीटीओ कार्यालय के डाटा एंट्री ऑपरेटर हैदर अंसारी मिले. उनसे पूछताछ की गई तो बताया की मोटर यान निरीक्षक अनूप कुमार सिंह के साथ वाहनों के फिटनेस जांच के लिए फोटो खींचने आए हैं. 

जांच के दौरान फिटनेस जांच के लिए प्राधिकृत मोटर यान निरीक्षक (MVI) अनूप कुमार सिंह अनुपस्थित पाए गए. उनको देखते ही 5-6 की संख्या में लोग कागज लेकर भागने लगे. दो व्यक्तियों को पीछा करके पकड़ा गया. जिसमें एक राजीव कुमार और दूसरे राजू सिंह था. अन्य लोग संभतः पैसा और कागज लेकर भागे हैं. पकड़े गए लोगों के पास से परिवहन विभाग से संबंधित विभिन्न प्रकार के कागजात, राजीव कुमार के पास से चार मोबाइल मिला है .गाड़ियों को भी जब्त किया गया.

जिस तरीके से इस मामले का खुलासा किया गया है. अब देखने वाली बात होगी कि, इस मामले में भी परिवहन विभाग कोई सख्त कार्रवाई करता है या औरों की तरह इस केस के भी फाइल को किसी अलमीरा में रखकर धूल फाँकने के लिए छोड़ दिया जाता है.

REPORT - KUMAR DEVANSHU