नीतीश जी के पूर्ण शराब बंदी पर बड़ा चोट, गोपाल गंज में उत्पाद कर्मी के वेश में पकड़ा गया शराब तस्कर

नीतीश जी के  पूर्ण शराब बंदी पर बड़ा चोट, गोपाल गंज में उत्पाद कर्मी के वेश में पकड़ा गया शराब तस्कर

पटना डेस्क : गोपालगंज पुलिस ने नकली उत्पाद विभाग का पुलिस बनकर शराब तस्करी मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। वही पुलिस ने गिरफ्तार शराब तस्कर के पास से एक नाव पर लदे एक बाइक और 205 लीटर विदेशी शराब बरामद किया है। पुलिस ने यह करवाई जादोपुर थाना क्षेत्र के 86 नंबर ढाला के पास की है।

गिरफ्तार शराब तस्कर का नाम अनिरुद्ध महतो है। यह जादोपुर थाना के खवाजेपुर गांव का रहने वाला है। इस मामले में सदर एसडीपीओ प्रांजल कुमार ने बताया कि  पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि गंडक नदी में नाव से शराब तस्करी की जा रही है। इसी आधार पर  एसडीपीओ प्रांजल के नेतृत्व में छापेमारी किया गया जहां मौके से गंडक नदी के किनारे उत्पाद विभाग का नकली पुलिस बन कर नाव पर उत्पाद विभाग का बोर्ड लगाकर अवैध शराब के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया।

यह शराब यूपी से तस्करी कर नाव के द्वारा गंडक नदी के रास्ते गोपालगंज लाई जा रही थी, जिसको जिले के अलग-अलग ठिकानों पर विक्री किया जाता। अब इसको लेकर विशेष गहन जांच की जा रही है। बतादें कि बिहार में 2016 से ही पूर्ण शराब बंदी है जिसको पूरी तरह से लागू करने के लिए CM नीतीश ने हर संभव उपाय किया। नीतीश कुमार ने सम्बंधित विभाग से लेकर बिहार पुलिस तक को शराब बंदी को पूरी तरह से सफल बनाने के लिए मैदान में उतार दिया। शराब तस्करी को रोकने के लिए नए-नए तकनीक लाये गए लेकिन बिहार के शराब माफिया भी कम अक्लमंद नहीं हैं उन्होंने तू डाल-डाल मैं पात-पात वाली कहावत को हमेशा चरितार्थ किया। आपने देखा होगा शराब तस्करी के तमाम तरीकों को ख़बरों के माध्यम से और अब गोपाल गंज में तस्कर का ये लाजवाब तरिका।

अब सवाल ये है कि तमाम एहतियात के बावजूद 7 साल में यह शराब बंदी कानून पूरी तरह से लागू क्यों नहीं हुआ ? पुलिस प्रशासन, उत्पाद विभाग, जिला प्रशासन पर आरोप भी लगता है कि इन्ही की मदद से तस्कर फल फूल रहे हैं। हकीकत जो भी हो लेकिन इस आरोप को पूरी तरह से झुठलाया भी नहीं जा सकता क्यों कि बिहार कोने-कोने में शराब पहुंच जाती है जो सरकारी नुमाइंदो की कार्य शैली पर सवाल खड़ा करता है। 

रिपोर्ट : कुमार कौशिक