बिहार चुनाव 2025: महागठबंधन का सीएम फेस तय, तेजस्वी यादव के नेतृत्व में होगी लड़ाई

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महीनों से चली आ रही सियासी अटकलों पर अब विराम लग गया है। महागठबंधन ने गुरुवार को पटना के होटल मौर्य में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में औपचारिक....

बिहार चुनाव 2025: महागठबंधन का सीएम फेस तय, तेजस्वी यादव के नेतृत्व में होगी लड़ाई

‎बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महीनों से चली आ रही सियासी अटकलों पर अब विराम लग गया है। महागठबंधन ने गुरुवार को पटना के होटल मौर्य में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में औपचारिक रूप से घोषणा की कि आगामी विधानसभा चुनाव तेजस्वी यादव के नेतृत्व में लड़ा जाएगा और वे मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे।

‎महागठबंधन का ऐलान: “हमारा नेता तेजस्वी यादव”

‎प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने यह बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा,“बिहार में महागठबंधन का चेहरा तेजस्वी यादव होंगे। अगर हमारी सरकार बनी तो मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री बनाया जाएगा। साथ ही, कुछ और उपमुख्यमंत्री भी पिछड़े वर्ग से चुने जाएंगे।”

‎गहलोत ने एनडीए पर निशाना साधते हुए कहा, “हमारा नेता कौन है, यह हमने साफ कर दिया। अब NDA बताए कि उनका CM फेस कौन है। सिर्फ यह कहना कि चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेंगे — अब जनता को यह पर्याप्त नहीं लगता।”

‎तेजस्वी यादव बोले — “विश्वास पर खरा उतरेंगे, बिहार बदलेगा”

‎घोषणा के बाद तेजस्वी यादव ने सभी सहयोगी दलों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा, “महागठबंधन के नेताओं ने मुझ पर एक बार फिर भरोसा जताया है। मैं सभी का दिल से धन्यवाद करता हूं। यह चुनाव बिहार के भविष्य का चुनाव है। हम 20 साल पुरानी निकम्मी सरकार को उखाड़ फेंकेंगे और जनता की उम्मीदों पर खरे उतरेंगे।”

‎सात दलों के 14 नेता हुए शामिल

‎महागठबंधन की यह संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करीब 50 मिनट तक चली। इसमें RJD, कांग्रेस, VIP सहित 7 दलों के कुल 14 शीर्ष नेता मौजूद रहे।सभी नेताओं ने अपने वक्तव्यों में एकजुटता पर ज़ोर देते हुए कहा कि “महागठबंधन एक परिवार की तरह है और बिहार में बदलाव लाने के लिए तैयार है।”

‎राजनीतिक महत्व

‎बता दें कि तेजस्वी यादव को आधिकारिक रूप से मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए जाने को बिहार की राजनीति में एक बड़ा मोड़ माना जा रहा है।राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, यह फैसला महागठबंधन की रणनीतिक एकजुटता का संकेत है और इससे चुनावी मुकाबला अब और स्पष्ट तथा सीधा हो गया है ।