बिहार पर्यटन विभाग की नई पहल —होटल जैसी सुविधाओं से लैस ‘Caravan’ बस पहुंची पटना,75 रुपए प्रति किलोमीटर किराया
बिहार के पर्यटन स्थलों की यात्रा अब और अधिक आरामदायक होने जा रही है। बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (BSTDC) ने अत्याधुनिक ‘कैरा-वैन’ लग्जरी बसों की सुविधा शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली है। फिलहाल दो बसें खरीदी गई हैं, जो पटना पहुंच चुकी हैं।यह बसें वास्तव में मोबाइल होटल हैं — जिसमें पर्यटकों को यात्रा के दौरान रुकने, सोने, टीवी देखने, खाना पकाने जैसी सभी सुविधाएं एक साथ मिलेंगी.......
बिहार के पर्यटन स्थलों की यात्रा अब और अधिक आरामदायक होने जा रही है। बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (BSTDC) ने अत्याधुनिक ‘कैरा-वैन’ लग्जरी बसों की सुविधा शुरू करने की तैयारी पूरी कर ली है। फिलहाल दो बसें खरीदी गई हैं, जो पटना पहुंच चुकी हैं।यह बसें वास्तव में मोबाइल होटल हैं — जिसमें पर्यटकों को यात्रा के दौरान रुकने, सोने, टीवी देखने, खाना पकाने जैसी सभी सुविधाएं एक साथ मिलेंगी। इसका उद्देश्य बिहार के पर्यटन अनुभव को एक नई ऊंचाई देना है।
होटल जैसी इंटीरियर डिज़ाइन
दरअसल पर्यटन विभाग के अनुसार बसों के अंदर की डिजाइन सितारा होटल की तरह बनाया गया है। इसमें बैठने के लिए आरामदायक 7 सीट और 4 स्लीपर बर्थ के साथ मनोरंजन के लिए पांच LED टीवी लगाई गई है।इसके साथ ही मिनी किचन और बाथरूम जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिससे यात्रा के दौरान आपको होटल या रेस्टोरेंट की जरूरत नहीं पड़ेगी। ‘कैरा वैन’ के साथ आप अपनी यात्रा को अपनी मर्जी के अनुसार प्लान कर सकेंगे। पर्यटक जहां चाहें वहां रुक सकेंगे और अपने हिसाब से यात्रा का आनंद ले सकेंगे।
किराया और पैकेज दरें
ये बसें स्पेशल टूर पैकेज का हिस्सा होंगी, जैसे बोधगया-नालंदा वन-डे ट्रिप या वाल्मीकि नगर टाइगर रिजर्व सफारी। पर्यटक बिहार स्टेट टूरिज्म डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन की आधिकारिक वेबसाइट (bstdc.bihar.gov.in) या मोबाइल नंबर के माध्यम से बसों की बुकिंग कर सकेंगे। इससे घरेलू और विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी। इसे लगभग 75 रुपए प्रति किलोमीटर के दर से न्यूनतम 250 किलोमीटर के लिए लिया जा सकता है।इसके अलावा एक दिन के लिए बुकिंग लगभग 20 हजार रुपए प्रतिदिन की दर से होगी, ज्यादा यात्रा पर प्रति किमी की दर लागू होगी। वहीं, पटना में 12 घंटे और 75 किमी की यात्रा के लिए 11,000 रुपए में बुकिंग का विकल्प भी प्रदान किया गया है।
रोजगार और राजस्व में बढ़ोतरी
बता दें कि यह न केवल पर्यटकों की सुविधाओं में बढ़ोतरी करेगा, बल्कि सालाना करोड़ों रुपए का राजस्व बल भी प्रदान करेगा। वहीं प्रत्येक बस के संचालन से 50-60 प्रत्यक्ष रोजगार (ड्राइवर, गाइड, शेफ, स्टाफ आदि सहित) कुल मिलाकर दो बसों से 100 से अधिक रोजगार का सृजन होगा।बता दें कि बिहार सरकार की यह पहल राज्य के पर्यटन सेक्टर में बड़ा बदलाव लाने वाली है। आने वाले समय में अधिक बसें शामिल होने की संभावना भी है।













