बिहार के बस अड्डे बनेंगे यात्री-अनुकूल, सड़क सुरक्षा पर सरकार का फोकस,परिवहन मंत्री ने दिए अधिकारियों को सख्त निर्देश
राज्य में परिवहन व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़, सुरक्षित एवं जनहितैषी बनाने के उद्देश्य से शुक्रवार को पटना स्थित अधिवेशन भवन सभागार में परिवहन विभाग की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता परिवहन मंत्री श्रवण कुमार ने की। इस अवसर पर विभाग की विभिन्न योजनाओं, संचालित कार्यों तथा उपलब्धियों की गहन समीक्षा की गई।बैठक को संबोधित करते हुए परिवहन मंत्री ने कहा कि सभी....
राज्य में परिवहन व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़, सुरक्षित एवं जनहितैषी बनाने के उद्देश्य से शुक्रवार को पटना स्थित अधिवेशन भवन सभागार में परिवहन विभाग की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता परिवहन मंत्री श्रवण कुमार ने की। इस अवसर पर विभाग की विभिन्न योजनाओं, संचालित कार्यों तथा उपलब्धियों की गहन समीक्षा की गई।बैठक को संबोधित करते हुए परिवहन मंत्री ने कहा कि सभी योजनाओं एवं जनसरोकार से जुड़े कार्यों को निर्धारित समय-सीमा के भीतर गुणवत्ता के साथ पूर्ण करना विभाग की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
विकास की धुरी बना परिवहन विभाग
मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि बिहार निरंतर विकास की दिशा में अग्रसर है और इस प्रगति में परिवहन विभाग की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि परिवहन विभाग न केवल जनसुविधाओं से जुड़ा विभाग है, बल्कि एक प्रमुख राजस्व प्रदाता विभाग भी है। राजस्व में वृद्धि से विकास के अन्य क्षेत्रों में भी संसाधन उपलब्ध कराए जा सकते हैं। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को सामूहिक प्रयास के साथ कार्य करने की आवश्यकता है, ताकि जनहित की अपेक्षाओं पर खरा उतरा जा सके।
सड़क सुरक्षा और तकनीकी व्यवस्था पर विशेष जोर
मंत्री ने वाहनों की फिटनेस जांच, एचएसआरपी नंबर प्लेट तथा जीपीएस प्रणाली की प्रगति की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इन व्यवस्थाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से न केवल यातायात व्यवस्था सुदृढ़ होगी, बल्कि सड़क सुरक्षा भी सुनिश्चित होगी।
बैठक में बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (बीएसआरटीसी) के बस अड्डों पर मूलभूत सुविधाओं की बहाली, स्वच्छता व्यवस्था, सुरक्षा एवं यात्री सुविधा को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया।परिवहन मंत्री ने कहा कि बस अड्डे यात्रियों के लिए विभाग की पहचान होते हैं, अतः इन्हें स्वच्छ, सुव्यवस्थित और यात्री-अनुकूल बनाया जाना आवश्यक है।
नई बस सेवाओं एवं पर्यटन को बढ़ावा
मंत्री ने निर्देश दिया कि जिन मार्गों पर वर्तमान में बस सेवाएं संचालित नहीं हैं, वहां पीपीपी मोड के माध्यम से बस परिचालन प्रारंभ किया जाए। इसके साथ ही राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों के लिए विशेष बस सेवाएं शुरू करने के निर्देश भी दिए गए, ताकि पर्यटकों को सुगम एवं सुरक्षित आवागमन की सुविधा मिल सके।













